जयपुर। भीलवाड़ा जिले के कोटड़ी गांव में एक नाबालिग को कोयले की भट्टी में जिंदा जलाने का मामला सामने आने के बाद फिर से सियासत शुरू हो गई है। मामले को लेकर भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने एकदूसरे पर जुबानी हमलावर बोलना शुरू कर दिया है। भाजपा बढ़ते अपराध और महिला अत्याचारों को लेकर लगातार कांग्रेस को घेर रही है। वहीं कांग्रेस नेताओं ने भी केंद्र सरकार को घेरते हुए इस तरह की घटनाओं को लेकर सख्त कानून बनाने की मांग की है।
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पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा है कि भीलवाड़ा में एक मासूम बच्ची के साथ गैंगरेप और भट्टी में जिंदा जला देने की घटना ने फिर सिद्ध कर दिया है कि राजस्थान महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित प्रदेश बन गया है। वह प्रदेश जहां हमारी पिछली भाजपा सरकार ने ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए फांसी की सजा का प्रावधान किया था। कई दुष्कर्मियों को फांसी की सजा भी सुनाई गई थी। राजे ने कहा कि सीएम गहलोत आंकड़ों की आड़ में कब तक ऐसी घटनाओं को छिपाते रहेंगे? उन्हें नैतिकता निभाते हुए बहन-बेटियों की अस्मत बचाते हुए न्याय दिलाना चाहिए।
भाजपा ने बनाई तीन सदस्यीय कमेटी: जोशी
भीलवाड़ा मामले में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि जो सरकार बच्चियों और नारी की सुरक्षा नहीं कर सकती है, वो भला आमजन की सुरक्षा कैसे करेगी? उन्होंने कहा कि जब सीएम से गृह मंत्रालय नहीं संभल रहा है तो कुर्सी से क्यों चिपके हैं। उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। इतना ही नहीं भाजपा ने इस मामले में प्रदेश स्तरीय तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर सदस्यों को मौके पर भेजा है।
बेटियों केलिए बढ़ी चिंता
कें द्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट किया कि भीलवाड़ा में बालिका के अवशेष भट्टी से प्राप्त होना बेटियों की सुरक्षा के लिए चिंतित प्रदेशवासियों का दर्द और बढ़ाने वाली वारदात है। पुलिस प्रशासन के प्रति जनाक्रोश बढ़ता जा रहा है और गहलोत सरकार केवल आंकड़े कम दिखाने की जुगत में लगी है। दुष्कर्मी मान चुके हैं उन्हें रोकने वाला कोई नहीं।
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हत्यारों को हो फांसी की सजा
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर ने कहा कि इस तरह की घटना दखद है। हत्यारों को फांसी की सजा होनी चाहिए। उन्होंने ने परिवार को मुआवजे के रूप में 10 लाख रुपए राज्य सरकार की तरफ से, 2.50 लाख रुपए प्रधानमंत्री आवास व 2.50 लाख रुपए खुद सहायता के रूप में देने की बात कही।
घटना सरकार के माथे पर कलंक: राठौड़
नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने गुरुवार को ट्वीट किया किया कि लोमहर्षक घटना सरकार के माथे पर कलंक है। गहलोत के जंगलराज की दास्तां देखिए, जब बच्ची का पिता एफआईआर दर्ज कराने थाने पहुंचता है तो इस पुलिस कई घंटों तक एफआईआर नहीं लिखती। मैंने स्थानीय भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं को घटनास्थल पर पहुंचकर पीड़ित परिजनों को न्याय दिलाने के लिए निर्देशित किया है।