Rajendra Singh Gudha : जयपुर। कांग्रेस सरकार के खिलाफ बयानों के कारण चर्चा में रहने वाले राज्यमंत्री राजेंद्र गुढ़ा को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार रात अपनी मंत्रिपरिषद से बर्खास्त कर दिया। गुढ़ा के पास सैनिक कल्याण (स्वतंत्र प्रभार), होम गार्ड एवं नागरिक सुरक्षा (स्वतंत्र प्रभार), पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग था। गुढ़ा ने शुक्रवार को विधानसभा में महिला अत्याचार के मुद्दे पर अपनी ही सरकार को घेरा था।
इसकी जानकारी और वीडियो पहले कांग्रेस आलाकमान तक पहुंचाया गया और कुछ ही घंटे बाद गुढ़ा की बर्खास्तगी को लेकर गहलोत ने शाम को अनुशंसा राजभवन भेजी। इसको राज्यपाल ने तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया। यह सारा प्रकरण तब हुआ, जब कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा प्रदेश दौरे पर हैं। बताया जा रहा है कि रंधावा की तरफ से गुढ़ा के बयान पर सख्त एक्शन के लिए कांग्रेस आलाकमान को सिफारिश की थी।
गुढ़ा उन छह विधायकों में से एक हैं, जिन्होंने साल 2018 का विधानसभा चुनाव बसपा की टिकट पर जीता था, लेकिन बाद में वे कांग्रेस में शामिल हो गए। उन्हें बाद में मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया था। गुढ़ा उसके बाद खुलकर सचिन पायलट का समर्थन करते हुए अपने बयानों से विवादों में रहे। वे सदन के अंदर और बाहर कई मामलों को लेकर गहलोत सरकार पर सवाल खड़े करते रहे थे।
जानें-कब-कब बिगड़े गुढ़ा के बोल?
11 जुलाई 2023 : सीता बेहद सुंदर थीं, उनकी इसी सुंदरता के पीछे भगवान राम और रावण पागल थे। आज मेरे गुणों के कारण ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट मेरे पीछे भाग रहे हैं।
15 जून 2023 : सचिन पायलट की जनसंघर्ष यात्रा के दौरान गुढ़ा ने कहा था कि हमारी सरकार ने भ्रष्टाचार के रिकॉर्ड तोड़े। वसुंधरा राजे और अशोक गहलोत मिले हु ए हैं। मेरे पास सबूत है कि भाजपा का हेलिकॉप्टर खाली क्यों गया। सरकार में खुलेआम भ्रष्टाचार हो रहा है। प्रदेश की सरकार कर्नाटक के 40 परसेंट के कमीशन से भी ऊपर जा रही है, करप्शन की सारी हदें पार कर दी।
17 अप्रैल 2023 : खेतड़ी में कांग्रेस को चुनौती देते हुए गुढ़ा ने कहा था कि कांग्रेस में किसी ने मां का दूध पिया है तो वो पायलट पर कार्रवाई करके दिखाए, यदि ऐसा होता है तो छठी का दूध याद आ जाएगा।
23 नवंबर 2022 : गुढ़ा ने कहा था कि राजस्थान की राजनीति में सचिन पायलट को साजिशों के तहत अभिमन्यु के जैसे फंसा लिया गया है और शकुनी मामा चालें चल रहा है। लेकिन, राजस्थान में जल्द परिवर्तन होगा। उन्होंने कहा कि था राहुल गांधी की शानदार यात्रा से घबराकर विजय बैंसला कांग्रेस के कुछ नेताओं के साथ मिलकर पायलट को बदनाम करने की साजिश करने में लगे हैं।
15 जुलाई 2022 : गुढ़ा ने कहा था कि हमारे काम हो रहे हैं, थोड़े बहुत अटक रहे हैं, उसके लिए थोड़ा सा अलाइनमेंट गड़बड़ है, उसे ठीक कर देंगे। दिल्ली तो नहीं जाएंगे, लेकिन शांति धारीवाल का अलाइनमेंट थोड़ा सा गड़बड़ है। उसको ठीक करेंगे। धारीवाल के अलावा कोई मंत्री ऐसा नहीं है, जिसका अलाइनमेंट गड़बड़ हुआ है।
24 नवंबर 2021 : गुढ़ा ने कहा था कि हेमामालिनी अब बुढ़ी हो गई है। मेरे क्षेत्र में कटरीना कैफ के गालों जैसी सड़कें बननी चाहिए।
25 नवंबर 2021 : लोग घरवाली की मौत पर भी दोनों टाइम दाढ़ी बनवा रहे हैं। घरवाली तो भगवान के घर चली गई, फिर सुबह-शाम दाढ़ी बनवाने का क्या औचित्य है?
कौन है राजेंद्र गुढ़ा और कैसा है सियासी सफर?
राजस्थान के झुंझुनूं जिले में 19 जुलाई 1968 को जन्मे राजेंद्र सिंह गुढ़ा अभी उदयपुरवाटी विधानसभा सीट से विधायक हैं। गुढ़ा ने साल 2008 में राजनीति में कदम रखा और बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था। तब गुढ़ा ने कांग्रेस के विजेंद्र सिंह और भाजपा के मदन लाल सैनी को हराकर करीब आठ हजार वोटों से चुनाव जीता था। लेकिन, बसपा से सफर शुरू करने के बाद गुढ़ा ने कांग्रेस का दामन थाम लिया था। जिस पर गहलोत सरकार ने उन्हें रिर्टन गिफ्ट देते हुए राज्यमंत्री बनाया था।
साथ ही साल 2013 के विधानसभा चुनाव में गुढ़ा को उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिया था, लेकिन वो चुनाव हार गए थे। जिसके चलते साल 2018 में कांग्रेस ने गुढ़ा का टिकट काट दिया था। जिस पर गुढ़ा ने वापस बसपा का दामन थाम लिया और साल 2018 में गुढ़ा ने चुनाव जीतने के बाद गहलोत सरकार को समर्थन दे दिया था। जिस पर गहलोत सरकार ने दूसरी बार गुढ़ा को मंत्री बनाया था। लेकिन, अपनी बयानबाजी के कारण वो अक्सर विवादों में रहे है। गुढ़ा बसपा पर आरोप लगाने से भी काफी चर्चा में रहे थे।