(लोकेश ओला) : जयपुर। मुख्य सचिव उषा शर्मा के 30 जून को रिटायरमेंट की तारीख नजदीक आते देख ब्यूरोक्रेसी में बॉस को लेकर चर्चा तेज हो गई है। उषा शर्मा को एक्सटेंशन नहीं मिलने के संकेतों के बीच सरकार ने नए मुख्य सचिव की खोज शुरू कर दी है, लेकिन मुख्य सचिव कौन होगा, यह मुख्यमंत्री की प्राथमिकता से ही तय होगा।
हालांकि मुख्य सचिव के चेहरों को लेकर कई तरह कयास लगाए जा रहे हैं, लेकिन चुनावी साल में मुख्य सचिव कई समीकरणों से बनाया जाएगा। सरकार ने इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है। सीनियर आईएएस का पैनल बनाया जा रहा है। इस पर मानव संसाधन विभाग की कमेटी से विचार विमर्श के बाद एक नाम पर मुहर लगाई जाएगी, लेकिन नाम वही तय होगा जो सरकार चाहेगी।
कई समीकरणों से तय होगा मुख्य सचिव का चेहरा
मुख्य सचिव के लिए सीनियरिटी के आधार पर कई नाम दावेदारी में हैं। इसमें मुख्य रूप से दो महिला सहित पांच आईएएस अधिकारी शामिल हैं, लेकिन चुनावी वर्ष में मुख्य सचिव का फै सला कई समीकरणों से तय होता है, जिस तरह से पूर्व आईएएस निरंजन आर्य के वक्त दलित मैसेज देने के लिए 10 सीनियर आईएएस को दरकिनार करते हुए आर्य को चीफ सेक्रेटरी बनाया था। उसी तरह महिलाओं पर कार्ड खेलने के लिए भी इस बार दो बड़े चेहरे हैं वहीं अन्य जातीय समीकरणों के अनुसार भी कई नामों पर चर्चा चल रही है।
महिला या जातिगत कार्ड से भी तय होगा मुख्य सचिव
मुख्य सचिव की दौड़ में कई आईएएस सामने आ रहे हैं, लेकिन मुख्य रूप से बात करें तो सबसे आगे 1989 बैच की आईएएस शुभ्रा सिंह का नाम है। वहीं मौजूदा मुख्य सचिव महिला होने के नाते सीएम गहलोत इस बार चुनावों में महिला कार्ड खेलने के लिए महिला अधिकारी पर भरोसा जता सकते हैं। इसके बाद 1987 बैच की आईएएस वीनू गुप्ता का नाम है। लेकिन वीनू गुप्ता का रिटायरमेंट इसी साल दिसंबर में है।ऐसे में महिला होने के साथ साथ नई सरकार के साथ नया मुख्य सचिव हो इसी एंगल से वीनू गुप्ता को भी जिम्मेदारी मिल सकती है।
तीसरे नंबर पर 1988 बैच के आईएएस सुबोध अग्रवाल हैं। हालांकि सुबोध अग्रवाल के रिटायरमेंट में ढाई साल का वक्त है लेकिन सुबोध अग्रवाल पर बीते दिनों जल जीवन मिशन में घोटाले के भी आरोप लगे हैं। चौथे नंबर पर 1989 बैच की आईएएस राजेश्वर सिंह का नाम है। राजेश्वर सिंह मौजूदा वक्त में राजस्व बोर्ड का जिम्मा संभाल रहे हैं। वहीं जातिगत समीकरणों के अनुसार फिट भी बैठ रहे हैं। इसके अलावा 1989 बैच के आईएएस अधिकारी रोहित कुमार सिंह का नाम भी चर्चा में हैं।
दौड़ में पांच बड़े चेहरे
1. 1989 बैच की IAS शुभ्रा सिंह
2. 1987 बैच की IAS वीनू गुप्ता
3. 1988 बैच के IAS सुबोध अग्रवाल
4. 1989 बैच के IAS राजेश्वर सिंह
5. 1989 बैच के IAS रोहित कुमार सिंह
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