उदयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सोमवार को दोपहर उदयपुर पहुंचे जहां उन्होंने बलीचा स्थित गौण मण्डी परिसर में उन्होंने एक संभाग स्तरीय किसान महोत्सव को संबोधित किया. इस दौरान सीएम ने औषधीय पौधों के अनुसंधान के लिए 3 सेंटर और उदयपुर की मंडी को क्रमोन्नत कर आदर्श मंडी बनाने का ऐलान भी किया. उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसानों को पारंपरिक खेती के साथ ही आधुनिक कृषि पद्धति को भी अपनाना होगा जिससे उत्पादन में बढ़ोतरी होगी एवं उपज की गुणवत्ता भी बढ़ेगी. सीएम ने कहा कि राजस्थान कृषि के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रहा है और आज बाजरा, तिलहन एवं दलहन के उत्पादन में राज्य नंबर वन है.
वहीं गहलोत ने कार्यक्रम में राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना के अंतर्गत कृषि काम करते हुए काल-कवलित किसानों के आश्रितों को 2-2 लाख राशि के चैक प्रदान किए. इसके साथ ही, कृषि उपज मंडी के विभिन्न श्रेणियों के भूखण्ड आवंटियों को पट्टे भी वितरित किए.
वहीं गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार किसानों को लाभ पहुंचाने की हर स्तर पर कोशिश कर रही है और आने वाली 30 जून को जोधपुर में एक किसान महोत्सव रखा गया है और हम तकनीक के सहारे किसानों को लाभ देना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि खेती आज काफी आधुनिक हो गई है ऐसे में हमें भी नए आयाम इस्तेमाल करने होंगे.
महिलाओं को जल्द मिलेंगे फ्री स्मार्टफोन
वहीं इसके अलावा महिलाओं को स्मार्टफोन देने की घोषणा पर सीएम ने कहा कि 25 जुलाई से पहले फेज में हमारी सरकार महिलाओं को फ्री में मोबाइल और 3 साल के फ्री इंटरनेट के साथ देने जा रही है जहां कुल 40 लाख महिलाओं को यह फोन मिलेगा. गहलोत ने बताया कि महिलाओं को कैटेगरी के हिसाब से बांटकर मोबाइल दिया जाएगा जिस पर काम चल रहा है.
इधर गहलोत के किसान महोत्सव में पहुंचने पर पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ गिरिजा व्यास, कैबिनेट मंत्री रामलाल जाट, कृषि मंत्री मुरारी लाल मीणा, राज्यमंत्री जगदीश राज श्रीमाली, वल्लभनगर विधायक श्रीमती प्रीति शक्तावत, पूर्व मंत्री मांगीलाल गरासिया आदि ने उनका स्वागत किया.
‘केंद्र ने किसानों का क्या भला किया?’
गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार ने किसानों का कर्जा माफ किया और किसानों की दो हजार यूनिट तक बिजली फ्री करने के आदेश दिए लेकिन केंद्र में बैठी मोदी सरकार ने किसानों का क्या भला किया ? उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की फसल पर एक समर्थन मूल्य का कानून तक नहीं ला पाई आज पीएम मोदी को 9 साल हो गए लेकिन उन्होंने किसानों के लिए काले कानून बनाए. वहीं गहलोत ने आगे कहा कि चुनाव नजदीक आते ही ये लोग ED को पहले ही लिस्ट दे देते हैं कि जाओ कौन उद्योगपति कांग्रेस को मदद कर रहा है उसके य़हां छापे मारो.
उन्होंने कहा कि आज आईटी का ज़माना है, किसानों को भाव अच्छे मिले, इसकी हमारी कोशिश रहती है, कई फसलों में राजस्थान नंबर वन आ गया है, आर्थिक विकास में हम देश में नंबर वन पर है, किसानों के लिए अलग बजट पेश किया. वहीं गहलोत ने कहा कि हर तरफ माहौल देखकर लगा रहा है कि इस बार जनता ने अपना मूड बना लिया है, कांग्रेस की सरकार वापस लानी है, बाकी अब क्या होगा वो तो भगवान जाने, पर मुझे तो मूड सरकार रिपीट का लग रहा यहै, मेरा सपना नम्बर वन बने राजस्थान है.
कृषि में अग्रणी बना राजस्थान
गहलोत ने कहा कि राज्य में पहली बार किसानों के लिए अलग से कृषि बजट पेश करने की शुरूआत की गई है और कृषक कल्याण कोष की राशि बढ़ाकर 7500 करोड़ रुपए कर दी गई है. वहीं राज्य में 42 हजार करोड़ रुपए की राशि से किसानों को अलग-अलग योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि किसानों को प्रतिमाह 2000 यूनिट बिजली निःशुल्क उपलब्ध करवाई जा रही है और प्रदेश में कृषि उपज मण्डियों का जाल बिछाया जा रहा है, जिनमें किसानों को उपज के अच्छे दाम मिल रहे हैं एवं व्यापारियों को व्यापार करने में आसानी हो गई है.
पशुपालकों को मिला संबल
वहीं गहलोत ने कहा कि देश में राजस्थान एक मात्र राज्य है, जहां लम्पी रोग से मृत गौवंश के मुआवजे के तौर पर पशुपालकों को 40-40 हजार रुपए की सहायता राशि दी गई है जहां हाल में 42 हजार पशुपालकों के खातों में 175 करोड़ रुपए की राशि डीबीटी की गई है. वहीं, मुख्यमंत्री कामधेनु पशु बीमा योजना के अंतर्गत दो दुधारू पशुओं का निःशुल्क बीमा किया जा रहा है, जिसका प्रीमियम राज्य सरकार वहन कर रही है.