(निरंजन चौधरी) : : सीकर। खाटूश्यामजी (Khatu Dham) में भक्तों से अवैध वसूली की जा रही है। इतना ही नहीं जब किसी भक्त द्वारा इस वसूली का विरोध किया जाता है, खुलेआम दादागिरी देखने को मिल रही है। इधर भक्त पहले खाटूश्यामजी में एंट्री के लिए सौ रुपए का चार्ज दे रहे हैं फिर इन्हें पार्किंग के नाम भी 100 रुपए का बिल थमाया जा रहा है। हालांकि यह सब खेल रात 8 बजे बाद शुरू होता है। दूसरी तरफ एंट्री करवाने के लिए ली जा रही 100 रुपए की राशि का तो कोई हिसाब ही नहीं है। इसके बदले भक्तों को कई बार तो पर्ची तक नहीं दी जा रही है।
गौरतलब है कि खाटूश्यामजी में प्रदेश ही नहीं देशभर से भक्त दर्शन के लिए आते हैं। इनमें अधिकतर बाबा के दरबार तक या तो खुद की या किराए की गाड़ी लेकर आते हैं। इधर दूरदराज से आए भक्तों के साथ हो रही इस अवैध वसूली से प्रदेश की छवि तो खराब हो ही रही है वहीं उनके मन में प्रशासन की भी छवि धुमिल हो रही है। खाटूश्यामजी में यह अवैध वसूली का खेल अधिकतर दशमी, एकादशी, द्वादशी, शनिवार और रविवार के दिन चलता है।
इन दिनों यहां आने वाले भक्तों में अधिकतर राजस्थान से बाहर के होते हैं, जिनको इस अवैध वसूली के बारे में पता ही नहीं होता, लेकिन जब यहां कोई स्थानीय लोग दर्शन के लिए जाते हैं तो वे इसके खिलाफ आवाज उठाते हैं तो लड़ाई-झगड़े तक की नौबत आ जाती है। इन पांच दिनों में अधिकतर भक्त परिवार के साथ अपने खुद के वाहन से आते हैं, जो यहां रात में पहुंचते हैं।
नगरपालिका के नाम पर दो बार वसूली
नागौर निवासी श्रद्धालु काजल शर्मा ने बताया कि वह परिवार के साथ खाटूश्यामजी आई है। कस्बे में प्रवेश करने से पहले ही कुछ लोगों ने गाड़ी रोककर नगर पालिका के नाम पर 100 रुपए का चार्ज वसूला। इसकी उन्होंने पर्ची तो दी, लेकिन उसके बदले कोई सुविधा नहीं मिली। आगे जाने पर फिर नगरपालिका वालों ने पार्किंग के नाम पर रुपए वसूल लिए। इसके अलावा जब यहां इन लोगों से रुपए लेने के बारे में पूछा तो वे बदतमीजी पर उतर आए।
पर्ची मांगी तो की बदतमीजी
करौली जिले के निवासी नन्द चतुर्वेदी खाटूश्याम जी दर्शन के लिए एकादशी के मौके पर गए। इनको यहां पहुंचने में रात के करीब 9 बजे गए। रींगस से खाटूश्यामजी रोड पर खाटू कस्बे से करीब तीन किलोमीटर दूर ही राजस्थान पुलिस की बैरिकेडिंग दिखाई दी, लेकिन यहां कोई पुलिस वाला नहीं था। नगरपालिका के नाम की टी- शर्ट पहने हुए एक लड़का गाडी के पास आया और बोला सौ रुपए निकालो। जब उससे पूछा कि किस बात के 100 रुपए तो उसने यह एंट्री शुल्क बताया। जब उनसे इसकी पर्ची दिखाने की बात की तो बदतमीजी पर उतर आए। परिवार के साथ होने के कारण उन्होंने पैसे देकर निकलना ही उचित समझा।
इनका कहना है…
एसडीएम राकेश कुमार ने कहा कि पार्किंग के अलावा अगर किसी भी तरह का दूसरा शुल्क वसूला जा रहा है तो गलत है। इसकी जांच करवाई जाएगी। खाटूश्यामजी मंदिर कमेटी के पूर्व अध्यक्ष मोहनदास महाराज ने कहा कि खाटूश्यामजी भक्तों से अगर एंट्री के नाम पर अवैध वसूली हो रही है तो प्रशासन को इसके लिए व्यवस्था करनी चाहिए।
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