जयपुर: राजस्थान में बिपरजॉय तूफान का जायजा लेने बुधवार को जालोर पहुंचे सीएम अशोक गहलोत ने बीजेपी और आरएसएस पर करारा प्रहार बोला था जिसके बाद से सूबे की राजनीति गरम हो गई है. बीजेपी और आरएसएस के दंगा भड़काने वाले बयान पर अब पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने पलटवार करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आरएसएस और बीजेपी को कोसने से बाज आएं.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में दंगे आरएसएस और बीजेपी नहीं गहलोत की तुष्टिकरण की नीति करवाती है और पिछले दिनों प्रदेश में जितनी भी सांप्रदायिक घटनाएं हुई हैं उनके पीछे कांग्रेस की वोटों की राजनीति छुपी है. राजे ने कहा कि पर्दे के पीछे रह कर कांग्रेस आग लगाने का काम करती है और संघ और बीजेपी तो कांग्रेस की लगाई हुई आग को बुझाती रही है.
उन्होंने याद दिलाया कि गहलोत आए दिन संघ के खिलाफ बयानबाजी करते हैं लेकिन वह शायद यह भूल गए हैं कि देश की आजादी के समय जब पाकिस्तानी सेना ने कश्मीर सीमा लांघने की कोशिश की तो जवानों के साथ कितने ही स्वयंसेवकों ने अपने प्राण दिए थे.
हिंदुत्व का प्रवाह कोई नहीं रोक सकता – राजे
राजे ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत बार-बार हिंदुत्व को ललकारने की गलती नहीं करें क्योंकि हिंदुत्व कोई एजेंडा नहीं बल्कि यह 36 की 36 कौम और सब धर्मों का आदर करने वाली एक संस्कृति है जिसके प्रवाह को वो और उनकी कांग्रेस नहीं रोक सकती है.
उन्होंने कहा कि कश्मीर विलय के दौरान जब पाकिस्तानी सेना भेष बदल कर हमारी सीमा में घुस रही थी तब सरदार पटेल और 1965 में पाकिस्तान से युद्ध के समय लालबहादुर शास्त्री ने संघ के लोगों से ही मदद मांगी थी. मालूम हो कि गहलोत ने बुधवार को कहा था कि बीजेपी और आरएसएस के लोग दंगा करवाते हैं और ये लोग धर्म के नाम पर लोगों को भड़काते हैं. गहलोत ने कहा था कि राजस्थान में बीजेपी के हिन्दुत्व के एजेंडे को हम बिल्कुल ही नहीं पनपने देंगे.
सीपी जोशी ने भी बोला हमला
वहीं सीएम अशोक गहलोत के जालोर में दिए गए बयान पर बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि सीएम अशोक गहलोत के सपने में भी आऱएसएस-बीजेपी दिखाई देते हैं और गहलोत अब इस तरह के बयान देकर बीकानेर के खाजूवाला मामले से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं.