जालोर: राजस्थान में बिपरजॉय के कहर के बाद सूबे के मुखिया लगातार 2 दिनों से पीड़ितों के बीच में है जहां मुख्यमंत्री ने बुधवार को पाली जिले में बिपरजॉय चक्रवात से प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वे किया. वहीं सीएम ने पाली सर्किट हाउस में प्रभावित लोगों से मुलाकात भी की. इस दौरान गहलोत ने सभी से आत्मीयता से बात करते हुए उनकी समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को त्वरित राहत पहुंचाने व सर्वे कराकर नियमानुसार मुआवजा दिलाने के निर्देश दिए. वहीं गहलोत ने बिगड़े हालातों में प्रशासन और पुलिस द्वारा किए गए राहत कार्यों की सराहना की.
वहीं मुख्यमंत्री ने प्रभावितों से मिलने के बाद जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, उपखंड अधिकारियों से वार्ता की और उन्होंने प्रशासन के टीम प्रयासों की तारीफ करते हुए सड़क, बिजली के पोल व अन्य आवश्यकता की त्वरित मरम्मत कराने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, नागरिक सुरक्षा के स्वयंसेवकों, आपदा मित्रों ने विपरीत परिस्थितियों में शानदारा काम किया है.
मुख्यमंत्री ने की जनसुनवाई
वहीं मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील कर कहा कि वह जलभराव वाली जगहों पर नहीं जाएं और नदियों में नहीं उतरें. इसके अलावा बच्चों को भी तैरने से रोकने की हिदायत दी है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने बुधवार सुबह सर्किट हाउस में बिपरजॉय चक्रवात प्रभावितों तथा परिवादियों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनीं और त्वरित निस्तारण के लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया.
गहलोत ने सर्किट हाउस में कहा कि चक्रवात ‘बिपरजॉय’ से प्रभावित लोगों को हरसंभव नियमानुसार सहायता पहुंचाई जाएगी और जिले में क्षतिग्रस्त सड़क व बिजली व्यवस्था को प्राथमिकता के साथ जल्द दुरूस्त किया जाएगा. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि एनडीआरएफ के नियमों में हुए बदलाव की वजह से राहत की प्रक्रिया में जटिलता आई है. उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि आपदा नियमों के साथ ही फसल बीमा की प्रक्रिया को सरल बनाया जाए.