जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में एक अहम फैसला किया है. जानकारी के मुताबिक सीएम ने नागौर, जैसलमेर तथा अलवर के धार्मिक स्थलों पर धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 13.48 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रस्ताव का अनुमोदन किया है. वहीं ऐसे स्थानों पर यात्रियों के लिए विभिन्न सुविधाएं विकसित करने की दिशा में सरकार लगातार काम कर रही है. इसके साथ ही राज्य के शिल्पकारों तथा बुनकरों के उत्थान के लिए जोधपुर में हस्तशिल्प एवं हथकरघा निदेशालय खोलने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई है.
श्री कालेडूंगर राय मंदिर का होगा विकास
सीएम के फैसले के मुताबिक नागौर जिले में बुटाटी में 3.10 करोड़ रुपए, घाटवेश्वर महादेव मंदिर में 1.65 करोड़, हरमल दास जी महाराज मंदिर में 1.61 करोड़ तथा दरगाह हजरत सम्मन बड़ी खाटू में 1.36 करोड़ रुपए सहित कुल 7.74 करोड़ रुपए के विभिन्न पर्यटन विकास के काम कराए जाएंगे.
वहीं मुख्यमंत्री ने जैसलमेर स्थित ऐतिहासिक धार्मिक पर्यटन स्थल श्री कालेडूंगर राय मंदिर परिसर में विकास कार्यों के लिए 1.50 करोड़ रुपए की स्वीकृति जारी की है जिससे मंदिर प्रांगण में मार्बल टाइल्स, सोलर पावर प्लांट, नवीन धर्मशाला निर्माण, मंदिर परिसर में लगी बेंचों की मरम्मत करवाई जाएगी.
अलवर में होंगे विभिन्न पर्यटन विकास कार्य
वहीं अलवर जिले के बानसूर किला स्थित माताजी मंदिर तथा गंगा माता मंदिर, तालवृक्ष में विकास के काम करवाने के लिए मुख्यमंत्री गहलोत ने 4.24 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रस्ताव का अनुमोदन किया है. इस स्वीकृत राशि से बानसूर किला स्थित माताजी मंदिर में सीढियों की मरम्मत, किले में नए पाथवे का निर्माण, स्टील रैलिंग, नवीन हॉल, पत्थर की बेंचों का निर्माण, सौर ऊर्जा की स्थापना तथा मंदिर प्रांगण में विभिन्न उन्नयन कार्य कराए जाएंगे. मालूम हो कि मुख्यमंत्री ने वर्ष 2023-24 के बजट में इस संबंध में घोषणा की थी.
जोधपुर में खुलेगा हस्तशिल्प एवं हथकरघा निदेशालय
वहीं राज्य के शिल्पकारों तथा बुनकरों के उत्थान के लिए जोधपुर में हस्तशिल्प एवं हथकरघा निदेशालय खोला जाएगा जिसके लिए मुख्यमंत्री ने प्रस्ताव को मंजूरी दी है. इस प्रस्ताव के अनुसार, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के आयुक्त इस हस्तशिल्प एवं हथकरघा निदेशालय के पदेन निदेशक होंगे और निदेशालय हेतु अतिरिक्त निदेशक उद्योग एवं वाणिज्य का एक नवीन पद सृजित किया जाएगा. इस निदेशालय के मार्केटिंग, ई-कॉमर्स एवं डिजाइन एक्सपर्ट के कार्यां के लिए विशेषज्ञों की सेवाएं ली जा सकेंगी.
वहीं निदेशालय का मुख्य काम राज्य के हस्तशिल्प एवं हथकरघा क्षेत्र का विकास करना होगा जहां यह निदेशालय राज्य के शिल्पियों एवं बुनकरों के उत्थान के लिए काम करेगा जिसके परिणामस्वरूप राज्य में रोजगार के नए अवसर सृजित होने के साथ-साथ निर्यात में भी वृद्धि होगी. मालूम हो कि मुख्यमंत्री द्वारा 21 मार्च, 2023 को राजस्थान इन्टरनेशनल एक्सपो के उद्घाटन समारोह में इस निदेशालय को जोधपुर में खोले जाने की घोषणा की गई थी.