Nagar Nigam Heritage : जयपुर। हेरिटेज नगर निगम में महापौर मुनेश गुर्जर और अतिरिक्त आयुक्त राजेंद्र वर्मा के बीच विवाद अभी थमता नजर नहीं आ रहा है। नगर निगम हेरिटेज में मेयर और पार्षदों का धरना सोमवार को चौथे दिन भी जारी है। लेकिन, माना जा रहा है कि आज शाम तक पूरे विवाद का हल निकल सकता है। सुबह हेरिटेज कमिश्नर राजेंद्र सिंह शेखावत धरना स्थल पहुंचकर मेयर मुनेश गुर्जर सहित पार्षदों से चर्चा की। इस दौरान महापौर ने पूरे मामले की लेटलतीफी को लेकर कमिश्नर से वार्ता की।
इधर, मीडिया से मुखातिब होते हुए मेयर मुनेश गुर्जर ने कमिश्नर पर मिलीभगत के आरोप लगाए। वहीं, हेरिटेज कमिश्नर राजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि पूरे मामले को देखा जा रहा है। जो भी इश्यू हैं, उनको जल्द शॉर्टआउट किया जाएगा। अतिरिक्त आयुक्त राजेन्द्र वर्मा पर लगे आरोपों की भी जांच की जाएगी। प्रशासनिक और राजनितिक स्तर पर समाधान का प्रयास किया जा रहा है।
महापौर बोलीं-कार्रवाई नहीं तो इस्तीफा लो
नगर निगम में वर्चस्व की इस लडाई में दोनों पक्ष अपनी बात पर अड़े हुए हैं। महापौर मुनेश गुर्जर इस पूरे मामले में पार्षदों की संख्या बल के आधार पर अपनी लडाई लड़ रही हैं। वहीं, सिविल लाइंस क्षेत्र के पार्षदों के धरने में शामिल नहीं होने पर महापौर कहा कि वे अंदर से हमारे ही साथ है। उन्होंने कहा कि हमने सीएम साहब को अपनी बात पहुंचा दी है। जनहित और निगम के हित का ध्यान रखते हुए राजेंद्र वर्मा को तत्काल निलंबित करना चाहिए। निलम्बन नहीं करने पर हमारा इस्तीफा स्वीकार किया जाए।
उच्च स्तर पर पहुंचा मामला
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तीन दिन से चल रहे पूरे विवाद का हल आज निकल सकता है। चुनावी साल को देखते हुए कांग्रेस भी इस विवाद को ज्यादा नहीं खींचना चाहती है। एक तरफ जहां महापौर ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और विशिष्ट शासन सचिव कुलदीप रांका तक अपनी बात पहुंचाई है, वहीं अतिरिक्त आयुक्त राजेंद्र वर्मा ने भी अपने वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के सामने अपना पक्ष रख दिया है।
महापौर-अतिरिक्त आयुक्त विवाद में आया नया मोड़
इससे पहले महापौर और आरएएस अधिकारी विवाद में नया मोड़ समाने आया था। रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो से महापौर और पार्षदों के अतिरिक्त आयुक्त राजेंद्र वर्मा पर लगाए आरोप पर सवाल खड़ा हो गया है। जहां एक तरफ पार्षद, महापौर मुनेश गुर्जर के साथ अभद्रता का आरोप लगा अतिरिक्त आयुक्त राजेंद्र बर्मा को निलम्बित करने की मांग कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर वायरल हुए वीडियो में पार्षद और महापौर मुनेश राजेंद्र वर्मा को घेरे हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में पार्षद उम्रदराज, राजेंद्र वर्मा को अपशब्द कहते हुए दिख रहे है। महापौर मुनेश गुर्जर भी फाइल पर साइन करने का दबाव बनाती दिख रही हैं। वीडियो में एक मंत्री का भी जिक्र किया जा रहा है। वीडियो सामने आने के बाद रविवार को भी निगम में गहमागहमी बनी रही। धरना दे रहे पार्षद भी अपने पक्ष को लेकर चिंताग्रस्त दिखाई दिए। सुलह के आसार नहीं होते देख दोनों पक्षों ने मामला उच्च स्तर पर रख दिया है।