जयपुर। अरब सागर से उठा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय (Biporjoy) गुजरात के बाद अब राजस्थान में तबाही मचा रहा है। तूफान के कारण पिछले दो दिन से चल रही लगातार बारिश से जालोर, सिरोही और बाड़मेर जलमग्न हो गए है। इनके अलावा जोधपुर, पाली, सांचौर में भी भारी बारिश से जन जीवन अस्त- व्यस्त हो गया है। बाढ़ग्रस्त इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। बाढ़ से कई इलाकों का जिला मुख्यालय से सम्पर्क टूट गया है। रेलवे ने बाड़मेर से होकर गुजरने वाली 14 ट्रेनों को रद्द कर दिया है।
बाड़मेर में बारिश में नहाने गए दो बच्चों के डूबने से मौत हो गई है, वहीं पाली में कार बह जाने से एक युवक और विद्युत लाइन गिरने से एक बच्ची की मौत हो गई है। पाली जिले में निचले इलाके में जलभराव के कारण फंसे करीब आधा दर्जन लोगों को राज्य आपदा राहत बल (एसडीआरएफ) के दल ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। आपदा और राहत सचिव पीसी किशन ने कहा कि टीम जोधपुर समेत पाली, सिरोही और आसपास के जिलों में तैनात रहेंगी।
कई जिलों में रेड, ऑरेंज, येलो अलर्ट
जयपुर मौसम कें द्र के प्रभारी राधेश्याम शर्मा ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के चार जिलों में बारिश 200 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश अब तक रिकॉर्ड हुई है। पाली, सिरोही, राजसमंद और उदयपुर में रेड अलर्ट जारी किया है। बीकानेर, अजमेर, भीलवाड़ा, राजसमंद के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यहां हल्की से मध्यम बारिश होगी। जैसलमेर, उदयपुर, जयपुर, चित्तौड़, टोंक, बूंदी, कोटा, चूरू और सीकर में येलो अलर्ट जारी किया गया है।
जालोर: NDRF टीम ने 39 लोगों को किया रेस्क्यू
जालोर के भीनमाल कस्बे की बाढ़ग्रस्त ओड बस्ती में फंसे कुल 39 नागरिकों को एसडीआरएफ टीम ने रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। जसवंतपुरा रेलवे क्रॉसिंग के पास स्थित निम्बाली तालाब का पानी ओड बस्ती में घुस गया और पूरी बस्ती जलमग्न हो गई। यहां 40 लोग फंसे हुए थे, जिनमें अधिकतर बच्चे एवं महिलाएं थी। बस्ती तक पहुंचने के लिए टीम को 20 से 30 फीट गहरे और 300 मीटर लंबे तालाब पार करके जाना पड़ा। रेस्क्यू टीम सबसे पहले मोटर बोट की सहायता से ऑवर फ्लो तालाब को पार कर बस्ती में पहुंची तथा वहां फंसे हुए लोगों को लाइफ जैकेट पहनाकर मोटर बोट की मदद से बाहर निकाला।
पाली: नदी में बही कार, युवक की मौत
पाली की बेडल नदी में बहने से एक स्कॉर्पियो कार सवार युवक की मौत हो गई। वह फालना से दिल्ली जा रहा था, युवक के शव को फालना अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया। पाली के जैतारण में 11 हजार वॉल्ट की लाइन टूटने से 15 साल की बालिका की मौत हो गई। इधर पाली नदी में फंसे 6 लोगों का रेस्क्यू किया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार करनवा नदी में ट्क्टर रै पर सवार छह लोग फंस गए थे। इसके बाद देसूरी तहसीलदार कै लाश इनानिया खुद नदी में उतरकर फंसे लोगों का रेस्क्यू किया।
बाड़मेर: नाड़ी में डूबने से दो बच्चों की मौत
बाड़मेर जिले के सेड़वा थाना इलाके के गंगासरा गांव की नाड़ी में डूबने से दो चचेरे भाइयों की मौत हो गई। यहां पांच बच्चे बारिश से भरे पानी में नहाने गए थे। दो के डूबने पर बाकी तीन दोस्तों ने घर जाकर परिवार को सूचना दी। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से दोनों के शवों को बाहर निकालकर अस्पताल में रखवाया है। बाडमेर जिले के धौरीमन्ना कस्बे की निचले इलाकों में बसी कॉलोनियों जलमग्न हो गई। पूरे इलाके मंे बाढ़ जैसे हालात बने हैं। कॉलोनियों में करीब 3 से 5 फीट तक पानी भरा हुआ है। कस्बे के निचले इलाको में पानी भरने से घरों में फंसे 20 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
जोधपुर: सड़कों पर भरा तीन फीट पानी
जोधपुर शहर में पिछले 16 घंटे से रुक- रुककर बारिश हो रही है। भारी बारिश के कारण यहां कई सड़कें तालाब बन चुकी हैं। महामंदिर रेलवे स्शन के टे सामने सड़क 3 फीट पानी में डूबी हुई रही। यहां जारी बारिश के कारण रविवार को कई व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे।
सिरोही: 24 घंटे में 14 इंच बारिश
पिछले दो दिने से लगातार हो रही बारिश से सिरोही में बाढ़ के हालात हो गए हैं। सिरोही जिले के माउंट आबू में पिछले 24 घंटे में ही करीब 14 इंच पानी बरसा है। इससे नदी नाले उफान पर है। तूफानी बारिश से सिरोही के आधा दर्जन से अधिक बांधों में पानी की अच्छी आवक हुई है, जबकि, गंगा जलिया बांध ओवरफ्लो होकर चादर चली। सिरोही में अभी बारिश का रेड अलर्ट है।
सीएम ने की जिला कलेक्टरों से बात
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बिपोरजॉय तूफान के कारण बनी परिस्थितियों को लेकर जालौर, सिरोही, बाड़मेर एवं पाली के जिला कलेक्टरों से बात की। बातचीत के दौरान बताया गया है कि चारों जिलों में स्थिति नियंत्रण में हैं एवं लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है।
सांचौर: पानी में उतर मंत्री ने लिया जायजा
सांचौर में बारिश से हाल बेहाल है। मुख्य बाजार में 4 फीट से भी अधिक पानी बह रहा है। यहां कई बस्तियां जलमग्न हो चुकी हैं, जिन्हें प्रशासन ने सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है। श्रम राज्य मंत्री सुखराम विश्नोई सांचौर के बाजारों में बाढ़ के हालात का जायजा लेने पानी में ही निकल पड़े। इस दौरान सड़क पर उनके घुटनों तक पानी भरा हुआ था।