राजस्थान में कांग्रेस सरकार रिपीट नहीं हुई तो बंद हो जाएंगी सभी योजनाएं : डोटासरा

पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा एक बार फिर केंद्र सरकार से जातिगत जनगणना की मांग की। साथ ही इस मुद्दे को लेकर मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला।

PCC Chief Govind Singh dotasra | Sach Bedhadak

जयपुर। पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा एक बार फिर केंद्र सरकार से जातिगत जनगणना की मांग की। साथ ही इस मुद्दे को लेकर मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने पूछा कि जातिगत जनगणना का सबसे ज्यादा फायदा अडानी-अंबानी को मिलेगा या फिर गरीबों तबके के लोगों को मिलेगा। जातिगत जनगणना होने से गरीबों को फायदा होगा, लेकिन मोदी सरकार इस पर कोई काम नहीं कर रही है। मोदी खुद तो इस मुद्दे पर एक शब्द भी नहीं बोल रहे है, जबकि मोहन भागवत से यह बुलवा रहे है कि देश में आरक्षण व्यवस्था को खत्म किया जाएगा। लेकिन, वास्तविकता तो ये है कि देश में ना तो आरक्षण व्यवस्था खत्म होगी और ना ही किसान खत्म होगा। डोटासरा ने कहा कि अगर राजस्थान में कांग्रेस की सरकार नहीं आई तो यहां चलाई जा रही सभी योजनाएं बंद हो जाएगी और पूरा पैसा अडानी-अंबानी को व्यापार करने के लिए देश-विदेश में दिया जाएगा।

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राजस्थान किसान महोत्सव के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि पीएम बनने से पहले मोदी ने खूब बड़ी-बड़ी बातें की। मोदी ने किसानों की आय दोगुनी करने और महंगाई दूर करने का वादा किया। गरीब को ऊपर उठाने के लिए 15-15 लाख रुपए उनके खाते में डाल देंगे। भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म कर देंगे। ऐसे बड़े-बड़े वादे कर मोदीजी सरकार में आ गए। आते ही उन्होंने सबसे पहले मोदी ने किसानों की जमीन हड़पने की कोशिश की।

जब मोदी पहली बार पीएम बने तो किसानों की जमीन को उद्योगपतियों को सौंपने के लिए किसान भूमि अधिग्रहण कानून में कई संशोधन किए। लेकिन, किसान खड़े हो गए और मोदी सरकार के फैसले के विरोध में आंदोलन किया। इस दौरान राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी भी किसानों के साथ खड़ी रही। ऐसे में मोदी सरकार को झुकना पड़ा।

किसानों ने किया 15 महीने तक संघर्ष, मोदी को झुकना पड़ा

डोटासरा ने कहा कि किसान के बेटे है और देश की सीमा पर दुश्मनों से लोहा लेने वाले जवानों के शौर्य के सहारे मोदीजी दोबारा प्रधानमंत्री बन गए। लेकिन, आते ही एक बार फिर किसानों पर हमला कर दिया। देश में तीन काले कानून ले आया। ताकि, किसान की खेती और उपज के ऊपर अडानी-अंबानी का डाका डाला जा सके। लेकिन, किसान एकजुट हो गए और 15 महीने तक संघर्ष करते रहे। ऐसे में मोदी को तीन काले कानून को वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा।

कभी खत्म नहीं होगी कांग्रेस की विचारधारा

पीसीसी चीफ ने कहा कि राहुल गांधी ने पीएम मोदी से एक ही बात पूछी थी कि 20 हजार करोड़ रुपए अडानी की सेल कंपनी में किसका है, ये बता दो। जिस पर षड्यंत्र कर राहुल को संसद से बाहर कर दिया। लेकिन, ये लोग कांग्रेस और राहुल गांधी की आवाज को दबा नहीं सकते है। सीएम गहलोत ने बीजेपी को यह दिखा दिया है कि तुम राहुल गांधी की संसद सदस्यता को समाप्त कर सकते हो, लेकिन कांग्रेस की विचारधारा को खत्म नहीं कर सकते हो। क्योंकि हमारी विचारधारा किसानों को मजबूत करने और ऊपर उठाने की है।

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डोटासरा ने पूछा-नोटबंदी से किसानों को क्या फायदा हुआ?

उन्होंने कहा कि आज सभी को मूल्यांकन की जरूरत है कि गहलोत सरकार ने किसानों के लिए क्या-क्या काम किए और पीएम मोदी ने 9 साल में किसानों के लिए क्या किया है? मोदी सरकार ने नोटबंदी की, 2000 हजार रुपए का नोट चालू किया और फिर उसे बंद कर दिया, क्या इससे किसानों को फायदा हुआ है? हमारी सरकार ने इतने अच्छे काम किए है कि पीएम मोदी और बीजेपी वाले हमारे खिलाफ एक शब्द भी नहीं बोल सकते है।

बीजेपी के नेता गांव-गांव घूमकर मोदीजी की योजनाओं को प्रचार करने में लगे हुए है, लेकिन इनकी योजनाएं भी तो होनी चाहिए। राजस्थान में तो घर-घर गहलोत सरकार की योजनाएं है। साथ ही उन्होंने वादा किया कि अगर राजस्थान में कांग्रेस की सरकार रिपीट हुई तो किसानों के लिए अगली बार दोगुनी योजनाएं लागू की जाएगी।

किसानों के लिए जो योजनाएं हम लाएं, वो देश में कहीं नहीं

गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा आज बहुत ही खुशी का दिन है। किसानों की आशीर्वाद से बनी अशोक गहलोत की सरकार किसानों की सुधबुध ले रही है। किसानों को मजबूत करने का काम कर रही है। लंबी बीमारी के कारण जिन गौमाताओं की मौत हो गई, पशुपालकों को गहलोत सरकार राहत दे रही है। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान के अंदर पहली बार किसी ने किसानों के लिए अलग से बजट करने के बारे में सोचा गया, वो राजस्थान में गहलोत सरकार ने किया।

किसानों को दूध पर 5 रुपए का अनुदान देने का फैसला भी देश में पहली बार हमारी सरकार ने किया है। हमारी सरकार ने किसानों को 14 हजार करोड़ रुपए का कर्जा माफ किया। गहलोत सरकार ने ही आदमियों के साथ-साथ पशुओं का भी फ्री में इलाज देने का काम किया है। देश में बढ़ रही महंगाई से राहत के लिए प्रदेश में किसानों के लिए नई-नई योजनाएं शुरू की जा रही है।

पूछा-मोदी सरकार ने किसानों के लिए क्या किया?

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने वादा करने के बाद भी किसानों के लिए कोई काम नहीं किया है। जबकी राजस्थान की गहलोत सरकार किसानों के लिए एक से बढ़कर एक काम कर रही है। अब आप लोगों को ही सोचना पड़ेगा कि कौनसी पार्टी किसानों की हितैषी है। आज 25 लाख रुपए फ्री इलाज का फायदा किसानों और गरीबों को मिल रहा है। बिजली बिल फ्री होने का फायदा भी किसानों को ही मिल रहा है। अगर पशु की मौत पर 40 हजार रुपए मिलते है तो वो भी किसानों को मिलता है, अंडानी और अंबानी को नहीं मिलता है।

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