जयपुर। राजस्थान सरकार ने प्रदेश के चारों बाघ अभयारण्यों (Tiger Reserve) को एक जुलाई से हर बुधवार को एक दिन के लिए पर्यटकों के लिए बंद करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही राजस्थान टाइगर्स को वीक ऑफ देने वाला छठा राज्य बन गया है। इससे पहले पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, असम, झारखंड और बिहार में बने टाइगर रिजर्व में टाइगर्स को वीक ऑफ दिया जा रहा है। एक अधिकारी ने बताया कि राजस्थान के वन विभाग ने 13 जून को बाघ अभयारण्य में साप्ताहिक अवकाश देने का फैसला किया और चारों अभयारण्यों में एक जुलाई से इसे लागू कर दिया जाएगा। ऐसे में प्रदेश के रणथंभौर टाइगर रिजर्व, सरिस्का टाइगर रिजर्व, मुकुंदरा टाइगर रिजर्व और रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में बुधवार के दिन पर्यटन गतिविधियां बंद रहेंगी।
राजस्थान के पीसीसीएफ और मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर ने बताया कि राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के आदेश के बाद देशभर में ‘टाइगर रिजर्व’ में साप्ताहिकअवकाश की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। इसी कड़ी में राजस्थान में भी इसे लागू किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिन पर्यटकों ने एक जुलाई के बाद बुधवार को टाइगर रिजर्व में सफारी बुक करा रखी थी, उन्हें अब रिफंड दिया जाएगा और रिफंड की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
सांसद दीया कुमारी ने दिया था सुझाव, 5 राज्य पहले ही कर चुके लागू
बता दें कि इसी साल 3 जनवरी को दिल्ली में आयोजित नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी की बैठक में सांसद दीया कुमारी ने सप्ताह में एक दिन टाइगर्स को वीक ऑफ देने का मुद्दा उठाया था, ताकि जंगल में किसी प्रकार का व्यधान ना हो। उन्होंने कहा था कि पर्यटकों की आवाजाही के कारण टाइगर्स को भी थोड़ी परेशानी होती है। ऐसे में सप्ताह में एक दिन टाइगर रिजर्व को बंद रखा जाए।
सांसद दीया कुमारी के इस सुझाव का एनटीसीए के दूसरे सदस्यों ने भी समर्थन किया था। इसके बाद नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी ने टाइगर रिजर्व में वीक ऑफ देने का फैसला किया। साथ ही देशभर टाइगर रिजर्व में इस फैसले को लागू करने की प्रक्रिया शुरू की गई। नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी के आदेश के बाद पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, असम, झारखंड और बिहार अपने प्रदेश में बने टाइगर रिजर्व में वीक ऑफ की प्रक्रिया शुरू कर चुका है। वहीं, अब राजस्थान में भी एक जुलाई से यह प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।