बेंगलुरु। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। बेंगलुरु में एक महिला ने अपनी ही मां को मौत के घाट उतार दिया है। बेटी ने पहले मां की हत्या की, फिर उसके शव को एक सूटकेस में बंद कर सीधे पुलिस स्टेशन लेकर पहुंच गई। आरोपी महिला ने जब घटना के बारे में बताया तो पुलिस भी हैरान रह गई। माइको ले आउट पुलिस ने शव कब्जे में लेकर आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना बेंगलुरु के एक आवासीय अपार्टमेंट की है।
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी सेनाली सेन और उसकी मां बिवा पाल बेंगलुरु के एनएसआर ग्रीन अपार्टमेंट में एक ही घर में रहते थे। पुलिस ने कहा कि महिला ने अपनी मां की हत्या की बात कबूल कर ली है। अधिकारियों के मुताबिक, आरोपी महिला शादीशुदा है और घटना के समय उसका पति मौजूद नहीं था। हालांकि, महिला की सास घर में मौजूद थी, लेकिन वह हत्या के बारे में अनजान थीं, क्योंकि यह एक कमरे के अंदर हुई थी।
एक ही फ्लैट में साथ रहती थीं मां-बेटी…
मायको लेआउट पुलिस ने बताया कि आरोपी सेनाली सेन (39) कोलकाता की मूल निवासी हैं और पेशे से एक फिजियोथेरेपिस्ट है। पिछले छह सालों से सेनाली सेन अपने ससुराल वालों को लेकर उसकी मां बीवा पाल बेंगलुरु के एनएसआर ग्रीन अपार्टमेंट में एक ही घर में रहती थीं। 12 जून को सुबह करीब 9 बजे सेनाली सेन ने अपनी मां को नींद की 20 गोलियां खिला दीं। गोलियां खाने के बाद जब बीवा पाल ने पेट में दर्द की शिकायत की तो सेनाली ने गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या के बाद सेनाली ने मां के शव को ट्रॉली बैग में रखा। इसके बाद उसने ऑटो बुलाया और बैग को ऑटो में रखकर माइको लेआउट पुलिस स्टेशन पहुंच गई।
मां का रोजाना होता था झगड़ा…
रिपोर्ट के मुताबिक, बीवा पाल अक्सर ही सेनाली के ससुराल वालों से झगड़ा करती रहती थी। हाल ही में बीवा पाल ने कहा था कि वह सेनाली के सास-ससुर और उसके पति से तंग आ गई है और नींद की गोलियां खाकर जान देने की धमकी दी थी। जिसके बाद आरोपी सेनाली सेन ने अपनी मां को नींद की गोलियां खिलाकर हत्या कर दी।
मायको लेआउट पुलिस ने बताया कि शव को उबर ऑटो के जरिए सोमवार को थाने लाया गया था। पुलिस ने आरोपी सेनाली सेन के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।