Naved kidnapping and murder case : जयपुर। राजधानी जयपुर में कबूतर दिलाने के बहाने अगवाकर 12 साल के बच्चे की हत्या का मामला सामने आया है। मासूम बच्चे का सिर्फ इतना सा कसूर था कि वह बड़ों के सामने गाली-गलौच करता था। इसी बात से खफा होकर चचेरे भाई ने बच्चे को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही सात दिन से लापता बच्चे का शव गुरुवार सुबह बरामद कर लिया है। मृतक बच्चे के साथ कुकर्म की बात भी सामने आ रही है। पुलिस ने शव को सवाई मानसिंह अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है। पुलिस की मौजूदगी में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। जयपुर ईस्ट पुलिस आज शाम चार बजे प्रेस कान्फ्रेंस कर पूरे मामले का खुलासा करेगी। फिलहाल, पुलिस आरोपी से लगातार पूछताछ में जुटी हुई है।
जानकारी के मुताबिक नवेद 24 मई को लापता हुआ था। जब वह अपने दोस्तों के साथ एमडी रोड पर क्रिकेट खेलने गया था। बच्चे की तलाश में जुटी पुलिस को शुरू से ही परिवार के सदस्यों पर शक था। लेकिन, पुलिस को बच्चे का कोई सुराग नहीं लग रहा था। आखिरकार, एक सीसीटीवी फुटेज मिलने के बाद लालकोठी थाना पुलिस ने बुधवार को चचेरे भाई आरिज उर्फ मंगुडी को हिरासत में लेकर सख्त से पूछताछ की तो सारी सच्चाई सामने आ गई। आरोपी ने ही कबूतर दिलाने के बहाने बच्चे का अपहरण किया था और फिर खोह नागोरियन थाना इलाके के आयशा कॉलोनी स्थित अपनी बहन के घर ले जाकर बच्चे की हत्या कर दी। पुलिस गुरुवार सुबह जब मौके पर पहुंची तो बच्चे का शव बोरे में बंधा हुआ था। इसके बाद पुलिस क्षत-विक्षत हालत में मिले शव को एसएमएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। जहां पर पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया है।
आरोपी ने कबूला गुनाह
आरोपी ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि नवेद अक्सर बड़ों के सामने गाली-गलौच करता था। उसे इस बारे में कई बार समझा, लेकिन उस पर कोई असर नहीं हुआ। जिस पर उसकी हत्या का प्लान बनाया और फिर अगवा कर उसे अपनी बहन के घर ले गया। जहां पर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और शव को बोर में डाल कर वह वापस घर आ गया, ताकि किसी को शक ना हो।
7 दिन पहले लापता हुआ था बालक
12 वर्षीय नवेद 24 मई को अपने दोस्तों के साथ एमडी रोड पर क्रिकेट खेलने गया था। लेकिन, देर रात तक वापस नहीं लौटा। परिजनों ने रातभर तलाश की। लेकिन, बच्चे का कहीं पता नहीं चला। इस पर अगले दिन 25 मई को परिजनों ने लालकोठी पुलिस थाने में बच्चे की गुमशुदगी का मामला दर्ज करवाया। लेकिन, दो दिन तक भी बच्चे का कही पता नही चला तो परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा। परिजनों ने लाल कोठी थाने पर हंगामा भी किया था। हालांकि, स्थानीय विधायक रफ़ीक खान और डीसीपी ईस्ट ज्ञानचंद यादव की समझाईश के बाद मामला शांत हुआ था।
पुलिस लगातार बच्चे की तलाश में जुटी हुई थी। शक के आधार पर पुलिस ने बुधवार को चचेरे भाई को हिरासत में लिया। पूछताछ में सामने आया कि चचेरे भाई ने ही बच्चे का अपहरण किया और मौत के घाट उतार दिया। इस पर पुलिस ने गुरुवार सुबह सात दिन से लापता बच्चे का शव खोनागोरियां थाना इलाके से बरामद कर लिया। फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है।