गहलोत का दावा, दुग्ध संग्रहण में राजस्थान बना देश में ‘नंबर वन’

मुख्यमंत्री ने दावा किया कि राजस्थान आज देश में दुग्ध संग्रहण में देश में ‘नंबर वन’ हो गया है। इतना ही नहीं, लंपी रोग से दुधारू गायों की मौत पर 40-40 हजार रुपए का मुआवजा देने वाला राजस्थान पहला राज्य बन गया है।

Ashok Gehlot04 | Sach Bedhadak

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के चलते आज पूरे देश में राजस्थान की चर्चा है। साथ ही मुख्यमंत्री ने दावा किया कि राजस्थान आज देश में दुग्ध संग्रहण में देश में ‘नंबर वन’ हो गया है। इतना ही नहीं, लंपी रोग से दुधारू गायों की मौत पर 40-40 हजार रुपए का मुआवजा देने वाला राजस्थान पहला राज्य बन गया है। पूरे देश में चर्चा किसी राज्य की है तो उसका नाम राजस्थान है। फिर चाहे 25 लाख रुपए के स्वास्थ्य बीमा की बात हो या पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) की चर्चा हो। और भी कई योजनाएं हैं।आठ दस योजनाएं ऐसी हैं जो सिर्फ राजस्थान में शुरू हुई हैं। अब कई राज्यों में बनने वाले चुनावी घोषणा पत्रों का आधार राजस्थान की योजनाएं ही हैं।

इससे पहले मुख्यमंत्री गहलोत ने किसान महोत्सव में 41 हजार से अधिक किसानों और पशुपालकों के खातों में 175 करोड़ रुपए से अधिक की प्रत्यक्ष राशि अंतरित (डीबीटी) की। उन्होंने दावा किया कि राजस्थान देश का पहला राज्य बन गया है जिसने लंपी रोग से मरने वाली दुधारू गायों के मुआवजे के रूप में पशुपालकों को 40-40 हजार रुपए डीबीटी किए हैं। गहलोत ने कहा कि भाजपा ने बस धर्म के नाम पर अपनी मार्केटिंग कर ली। ऐसा माहौल बना लिया कि बस यही हिंदू की बात करते हैं बाकी कोई नहीं करता। बदनाम किया हमको। जबकि ऐसी बात ही नहीं थी। गहलोत ने कहा कि देश में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सब अपने धर्म का पालन करते हैं।

दुग्ध संग्रहण में राजस्थान देश में ‘नंबर वन’ 

मुख्यमंत्री ने दावा किया कि राजस्थान आज देश में दुग्ध संग्रहण में देश में ‘नंबर वन’ हो गया है। यह हमारे लिए बड़ी बात है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान कृषि व पशुपालन सहित कई क्षेत्रों में प्रगति कर रहा है। उन्होंने कहा कि उनके मौजूदा कार्यकाल में एक भी नया कर नहीं लगाया गया। शानदार वित्तीय स्थिति के कारण ही हम ये योजनाएं लागूकर पा रहे हैं।

दुधारू पशुओं का बीमा करवाएगी सरकार 

सीएम गहलोत ने कहा कि हमने बजट में घोषणा की थी कि लंपी से जिन पशुपालकों की दुधारू गाय मर गई हैं उन्हें हम 40-40 हजार रुपए प्रति गाय की दर से सहायता देंगे। अब हमने आगे के लिए बीमा कर दिया है, कामधेनु योजना के तहत हर परिवार में दो पशुओं (गाय हो या भैंस) 40-40 हजार रुपए का बीमा करवाया जाएगा। यह बीमा सरकार कराएगी ताकि पशुपालकों का विश्वास पशुपालन में बना रहे। 

गहलोत सरकार की नीतियों की तारीफ

राजस्थान सरकार की ओर से लंपी रोग से मृत गायों के लिए पशुपालकों को 40-40 हजार रुपए की मुआवजा राशि देने की कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने गहलोत सरकार की नीतियों की तारीफ की है। रमेश ने कहा कि यह सहायता देना सराहनीय पहल है। 

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