एडिशनल पुलिस कमिश्नर ने दिया बयान, कहा- किसी वीरांगना के साथ नहीं हुई कोई मारपीट

जयपुर। वीरांगनाओं से कथित तौर पर पुलिस की मारपीट मामले में एडिशनल पुलिस कमिश्नर का बयान सामने आया है उन्होंने साफ-साफ कहा है कि किसी…

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जयपुर। वीरांगनाओं से कथित तौर पर पुलिस की मारपीट मामले में एडिशनल पुलिस कमिश्नर का बयान सामने आया है उन्होंने साफ-साफ कहा है कि किसी भी वीरांगना के साथ किसी तरह की कोई मारपीट नहीं हुई है सिर्फ उनकी सुरक्षा के लिए पुलिस को तैनात किया गया है।

वीरांगनाओं की सुरक्षा के लिए लगाई गई है पुलिस

एडिशनल पुलिस कमिश्नर कैलाश विश्नोई ने कहा कि जो बातें चल रही है कि वीरांगनाओं के साथ पुलिस ने मारपीट की है, अभद्रता की है ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। किसी भी वीरांगना के साथ कोई मारपीट नहीं की गई है। ना ही किसी वीरांगना को नजरबंद किया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस को सोशल मीडिया के जरिए जानकारी मिली थी कि उनके यानी वीरांगनाओं के घर के बाहर प्रदर्शन हो रहा है क्योंकि कई लोग नहीं चाहते हैं की शहादत के बाद शहीदों के परिवार को मिलने वाली सहूलियतों में उनकी पुरानी व्यवस्था में कोई बदलाव किया जाए इसलिए ऐसे हालात में वीरांगनाओं की ही सुरक्षा के लिए पुलिस को तैनात किया गया है। जिससे उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी ना पहुंचे।

वीरांगना सुंदरी देवी ने भी लगाया आरोप

बता दें कि वीरांगना सुंदरी देवी ने भी आरोप लगाया था कि 12-12 पुलिस कॉन्स्टेबल हर वक्त उनके घर के पास उनके चारों तरफ रहती हैं। घर के बाहर भी पुलिस का कड़ा पहरा है, वे ना बाहर जा सकती हैं ना ही बाहर से कोई अंदर आ सकता है। उन्हें नजरबंद किया गया है। इसे लेकर भाजपा के कई नेताओं ने यह आरोप लगाया था कि वीरांगनाओं को नजरबंद क्यों किया गया है उनके साथ क्या ज्यादती की जा रही है।

पूर्व मेयर ज्योति खंडेलवाल ने दिया बयान

वहीं वीरांगनाओं के मामले पर जयपुर की पूर्व मेयर ज्योति खंडेलवाल ने भी बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में किसी भी तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए। वीरांगनाओं को आगे रखकर जो इस समय धरना दिया जा रहा है उसके मैं सख्त खिलाफ हूं। मामले का समाधान करें लेकिन बगैर राजनीति के। इसमें शांति से बैठकर बातचीत से भी हल निकाला जा सकता है।

वीरांगनाओं पर राजनीति करते लज्जा नहीं आती

बता दें कि वीरांगनाओं के साथ सीएम गहलोत की मुलाकात पर सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब दस दिनों तक वीरांगनाएं आपसे मिलने के लिए भूख-प्यास में गुहार लगा रही थीं, वो आपको नहीं दिखाई दी क्या? वीरांगनाओं पर राजनीति करना बंद कीजिए। वीरांगनाओं के साथ राजनीति करते हुए जरा भी लज्जा नहीं आती आपको।

26 वीरांगनाओं ने CM गहलोत से की थी मुलाकात

बता दें कि बीते शनिवार 26 वीरांगनाओं के समूह ने मुख्यमंत्री आवास में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की। इस दौरान शहीदों की वीरांगनाओं ने सीएम अशोक गहलोत के सामने अपनी बात रखी। वीरांगनाओं ने सीएम गहलोत से कहा कि सिर्फ हमें और हमारे बच्चों को ही नौकरी मिलनी चाहिए। किसी तीसरे को नौकरी नहीं मिलनी चाहिए। शहीद के बच्चे बड़े होकर नौकरी के लिए तरसे, यह मंजूर नहीं है। शहीद के बच्चे का हक किसी और को नहीं मिलना चाहिए।

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