गहलोत की चिरंजीवी, OPS पर केंद्र की चुप्पी! मोदी ने अजमेर में बताया BJP का राजस्थान प्लान

पीएम मोदी ने हाल में अजमेर दौरे पर केंद्र की योजनाओं और सरकार के 9 साल के कामकाज को गिनाया. वहीं पीएम ने कांग्रेस की वर्तमान गहलोत सरकार की योजनाओं पर ना जाते हुए कांग्रेस को 50 साल पहले गरीबी हटाने की गारंटी को लेकर हमला बोला.

pm modi | Sach Bedhadak

जयपुर: राजस्थान विधानसभा चुनावों से पहले सूबे का सियासी मौसम गरमा गया है जहां दिल्ली के चेहरों की आवाजाही शुरू होने के साथ ही आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चला है. पीएम मोदी का हाल में अजमेर दौरा हुआ जहां उन्होंने जमकर कांग्रेस को भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण पर घेरा. वहीं केंद्र की योजनाओं और सरकार के 9 साल के कामकाज को गिनाया. वहीं पीएम ने कांग्रेस की वर्तमान गहलोत सरकार की योजनाओं पर ना जाते हुए कांग्रेस को 50 साल पहले देश की गरीबी हटाने की गारंटी को लेकर हमला बोला और पार्टी को गरीबों के साथ विश्वासघात करने वाली बताया.

दरअसल पीएम मोदी के सूबे में दौरे अब बढ़ने वाले हैं लेकिन अजमेर दौरे या उससे पहले पीएम ने बीजेपी की 2023 के लिए रणनीतिक लाइन को साफ कर दिया है. वहीं पीएम ने राजस्थान सरकार को आपसी खींचतान, जयपुर ब्लास्ट और कानून व्यवस्था को लेकर घेरा जिससे साफ संकेत मिल रहे हैं कि बीजेपी गहलोत की योजनाओं को राजनीतिक चर्चाओं में लाए बिना अन्य मुद्दों पर सियासत की बिसात बिछाएगी.

बता दें कि हाल में बीजेपी को कर्नाटक में हार का सामना करना पड़ा है जहां गहलोत की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का असर साफतौर पर देखा गया जिनमें फ्री सिलेंडर और फ्री बिजली पर लोगों ने जनादेश दिया. इधर राजस्थान में इन योजनाओं को लेकर गहलोत ने माहौल तैयार कर रखा है ऐसे में पीएम मोदी से लेकर बीजेपी नेताओं की इन पर चुप्पी या इन्हें रेवड़ी बताकर खारिज करना के पैटर्न पर ही पार्टी आगे बढ़ सकती है.

गहलोत की योजनाओं पर मचेगा घमासान!

पीएम मोदी की अजमेर रैली और इससे पहले की बीजेपी की चुनावी रणनीति से साफ पता चलता है कि बीजेपी ओल्ड पेंशन स्कीम, चिरंजीवी सहित गहलोत सरकार की फ्री योजनाओं के पक्ष में नहीं है. माना जा रहा है कि अगर सरकार बदलती है तो इन योजनाओं पर संकट के बादल भी छा सकते हैं. मालूम हो कि राज्य में एक दूसरे की योजनाओं को बंद करने को लेकर बीजेपी कांग्रेस में होड़ रहती है.

इसके अलावा पीएम ने अजमेर रैली के दौरान अपनी पार्टी के नेताओं को भी संकेत दिए हैं कि वह अब गुटबाजी से दूर रहते हुए जनता के बीच जानकर नब्ज टटोलें. दरअसल बीजेपी खेमे में भी काफी समय से सीएम फेस को लेकर खींचतान जारी है जहां वसुंधरा राजे से लेकर गजेंद्र सिंह शेखावत कई नेताओं का नाम रेस में काफी समय से चल रहा है लेकिन बीजेपी ने साफ कर दिया है कि वह पीएम के फेस पर ही चुनावी मैदान में उतरेगी.

सीएम गहलोत लगातार हैं हमलावर

गौरतलब है कि पीएम मोदी का कर्नाटक चुनावों के बाद राजस्थान में पहला दौरा था जहां अपने भाषण में कांग्रेस की योजनाओं को देश का दिवाला निकालने वाली बताकर पीएम ने बीजेपी का रुख साफ कर दिया है जहां ओपीएस, चिंरजीवी और पेंशन योजनाओं पर पार्टी कोई सकारात्मक रुख नहीं अपनाएगी.

हालांकि सीएम गहलोत लगातार अपनी योजनाओं का जिक्र कर रहे हैं और केंद्र पर हमला बोलते रहते हैं. इसके अलावा गहलोत कई बार मंचों और सभाओं में पीएम मोदी से यह मांग कर चुके हैं कि केंद्र सरकार को राजस्थान की तर्ज पर देशभर में राजस्थान की योजनाओं को लागू करे. वहीं सीएम गहलोत कई बार सामाजिक सुरक्षा की योजनाओं को भी केंद्र स्तर पर लागू करने की मांग करते रहते हैं.

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