Karnataka CM: कर्नाटक के सीएम को लेकर अभी तक मंथन जारी है। सूत्रों के मुताबिक सिद्धारमैया को सीएम फेस के लिए चुन लिया गया है और डीके शिवकुमार को डिप्टी सीएम के लिए कहा गया था लेकिन डीके इस पद के लिए राजी नहीं है। इसलिए वे राहुल गांधी से मिलने गए थे। इसके बाद सिद्धारमैया ने भी राहुल गांधी के घर जाकर उनसे मुलाकात की थी। इधर सांसद रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि नए मंत्रिमंडल के लिए 3 दिन और इंतजार करना पड़ेगा।
48-72 घंटों का करना पड़ेगा इंतजार
रणदीप सुरजेवाला ने मीडिया से कहा कि हम अगले 48-72 घंटे में अगली कैबिनेट का गठन देखेंगे। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि इस समय पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे विचार-विमर्श कर रहे हैं। जब भी कांग्रेस कोई फैसला करेगी हम आपको सूचित करेंगे। अगले 48-72 घंटों में कर्नाटक में हमारी नई कैबिनेट होगी।
सूरजेवाला ने कहा कि आप लोग किसी भी तरह की गलत या प्लांटेड खबर पर विश्वास मत कीजिए, भाजपा ये सब अफवाहें फैला रही है क्योंकि वो कर्नाटक में मिली करारी हार से बौखलाई हुई है। इस बौखलाहट में वो कुछ भी कर रही है। हमारा इस मामले में जो भी फैसला होगा, आज या कल हम सबसे पहले आपको बताएंगे।
सिद्धरमैया सीएम… डीके डिप्टी सीएम पर राजी नहीं
सूत्रों के मुताबिक मल्लिकार्जुन खड़गे ने सिद्धारमैया के नाम पर मुहर लगा दी है। आज फिर से खड़गे से सिद्धरमैया और डीके शिवकुमार की बैठक हुई थी। विधायकों ने प्रस्ताव भी सिद्धरमैया के नाम पर ही पास किया है। सिद्धरमैया को सीएम ना बनाने के लिए डीके शिवकुमार ने खड़गे को लाख समझाय़ा लेकिन विधायकों के प्रस्ताव और उनके सिद्धरमैया के समर्थन के आगे खड़गे ने उन्हें ही सीएम बनाने का फैसला किया, उन्होंने डीके शिवकुमार को डिप्टी सीएम बनाने का ऑफर दिया लेकिन डीके ने इसे भी नकार दिया।
राहुल गांधी की बात भी नहीं माने डीके
इस बैठक के बाद डीके शिवकुमार सीधे राहुल गांधी से मिलने के लिए उनके आवास चले गए। उन्होंने यहां राहुल गाँधी से बातचीत की। सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी ने भी खड़गे के ही प्रस्ताव को डीके से स्वीकार करने के लिए समझाया लेकिन डीके नहीं माने और आवास से बाहर आ गए। डीके शिवकुमार का अब अगला कदम क्या होगा इस पर सभी की नजरें बनी हुई हैं।
भाजपा ने कसा तंज
इधर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पूर्व सीएम और भाजपा नेता बसवराज बोम्मई ने कहा कि बहुमत मिलने के बावजूद कांग्रेस ने अभी तक अपना सीएम उम्मीदवार तय नहीं किया है। इससे पार्टी के अंदरुनी हालात का पता चलता है। लोगों की आकांक्षाएं राजनीति से ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। कांग्रेस को जल्द से जल्द एक मुख्यमंत्री चुनना चाहिए।