जयपुर। भारतीय संस्कृति और संस्कार ऐसा है कि सिर्फ देसी ही नहीं विदेशी भी इसकी ओर काफी आकर्षित हो रहे हैं, यही नहीं वे उन मान्यताओं का भी अनुसरण करते हैं। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण राजस्थान के शहरों में हुई अनोखी शादियां है। जिसमें एक विदेशी लड़की ने पेड़ से तो जयपुर की ही दूसरी युवती ने भगवान शालिग्राम से शादी कर ली। इन शादियों के बारे में जो भी पढ़ या सुन रहा है वह हैरान हो जा रहा है।
आपने भक्त शिरोमणि मीरा के प्रेम गाथा तो सुनी ही होगी, कान्हा के प्रेम में उन्होंने खुद को उनके आगे समर्पित कर दिया था। मीराबाई ने भक्ति में चूर होकर कान्हा से विवाह किया था। अब उसी तरह जयपुर की एक युवती भगवान की भक्ति में इतना मगन हो गई है कि सारा संसार भूल कर उन्हें भगवान विष्णु के रूप शालिग्राम से विवाह कर लिया। युवती ने पूरे भारतीय संस्कार से भगवान शालिग्राम जी से विवाह कर लिय़ा।
जयपुर की युवती ने भगवान शालिग्राम को बनाया पति
बता दें कि यह युवती जयपुर की रहने वाली है और इसका नाम पूजा है। राजधानी के गोविंदगढ़ में पूजा ने 8 दिसंबर को भगवान शालिग्राम से शादी कर ली। नृसिंहपुरा गांव में 30 साल की पूजा की शादी के लिए वैसी ही तैयारियां हुईं जैसी किसी आम लड़की की शादी में होती हैं। पूरे गांव को बुलावा भेजा गया। हल्दी, मेहंदी जैसी सारी रस्में निभाई गई। पूजा के घर में मंडप सजाया गया। पूजा को दुल्हन की तरह राजस्थानी जोड़े में सजाया गया। दुल्हन को लेकर घर की महिलाएं मंडप में आईं, लेकिन जब दूल्हे की बारी आई तो वहां कोई युवक नहीं बल्कि शालिग्राम जी को मंडप में विराजमान किया गया। मंडप के नीचे विवाह की सभी रस्में निभाई गईं। पूजा ने शालिग्राम जी के नाम का सिंदूर मांग में भरा, लेकिन यह लाल रंग का सिंदूर नहीं बल्कि चंदन था। पूजा ने मंगलसूत्र पहना। पूजा के परिजनों ने कन्यादान भी किया।
पूजा के पिता शादी में नहीं हुए शामिल
इस जमाने में भगवान से शादी करने के इस अनूठे मामले को जिसने भी सुना वह दंग रह गया। यहां तक कि पूरे गांव इस बारे में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही थीं। खुद पूजा के घरवाले इस बात के लिए राजी नहीं थे। लेकिन पूजा ने सभी को मना लिया। पूजा ने किसी की कोई भी परवाह नहीं की। दूसरी तरफ कई लोगों का यह भी सोचना है कि पूजा कोई पुराने विचारों वाली लड़की होगी। लेकिन आपको बता दें कि पूजा ने पॉलिटिकल साइंस में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। वह हर विधा में अव्वल है। लेकिन अफसोस की बात यह है कि पूजा के पिता इस विवाह में शामिल नहीं हुए। उनका कहना है कि उनकी बेटी का यह फैसला पूरी तरह गलत है। उन्होंने काफी उसे समझाया, लेकिन वह नहीं मानी।
ज्यादा नहीं टिकती आजकल की शादियां
इस शादी को लेकर पूजा का कहना है कि आज के जमाने में लड़कियों की शादी के बाद हालात बुरी हो जाती है। शादी के बाद पति-पत्नी में झगड़ा शुरू हो जाता है नौबत मारपीट और तलाक तक आ जाती है। मैंने तो बचपन से ही छोटी-छोटी बातों पर शादीशुदा लोगों को बुरी तरह झगड़ते देखा है। इसलिए मुझे लगता है कि पहले की शादियों में जैसी पवित्रता रहती थी वैसी आज नहीं है। एक बार मैंने अपने ननिहाल में तुलसी जी का शालिग्राम जी से विवाह देखा था, तब से ही मेरे मन में भी ऐसा विचार आय़ा। मीरा को पढ़कर उनके भक्ति को देखकर मेरे मन में भक्ति का ऐसा गुबार फूटा कि मैंने उन्ही सर्वशक्तिमान को अपना परमेश्वर मान लिया।
उदयपुर में रूस की युवती ने पेड़ से रचाई शादी
आपको पूजा की कहानी अनूठी लगेगी, लेकिन यहां एक और कहानी है जो पूजा की तरह की काफी दिलचस्प है। लेकिन यह कहानी है एक विदेशी महिला की, जिसकी कुंडली में एक दोष था। इस दोष के निवारण के लिए उसने उदयपुर में खेजड़ी के पेड़ से शादी कर ली। यह शादी 7 दिसंबर को हुई थी। वैसे तो राजस्थान जैसे प्रदेश में दोष निवारण के लिए खेजड़ी के पेड़ से शादी करना आम बात है, लेकिन एक विदेशी महिला ऐसा करे ये काफी रोचक हो जाता है।
कुंडली में था मंगल दोष
यह महिला रूस की रहने वाली है। लड़की का नाम तान्या है। तान्या नवंबर महीने में भारत घूमने के लिए आई थी। वह अभी तक कई राज्यों का भ्रमण कर चुकी हैं। लेकिन तान्या को एक बात काफी दिनों से सता रही थी कि उसकी शादी नहीं हो पा रही है। आपको बता दें कि भारत की संस्कृति से तान्या इतनी प्रभावित हैं कि वे यहां की मान्यताओं पर विश्वास भी करती हैं और उन्हें मानती भी हैं। इसलिए तान्या ने उत्तर प्रदेश के आगरा में एक ज्योतिषि को अपनी कुंडली दिखाई। ज्योतिषि ने उन्हें बताया कि तान्या की कुंडली में मंगल दोष है। अगर इस दोष को दूर करना है तो उसे पीपल या खेजड़ी के पेड़ से शादी करनी पड़ेगी।
भारतीय संस्कारों की तरफ आकर्षित हो रहे हैं देसी-विदेशी लोग
तान्या को ये थोड़ा अजीब तो लगा लेकिन उन्होंने इसके लिए हामी भर दी। इसके बाद वे उदयपुर आ गईं और यहां पर एक पंडित के निर्देशानुसार खेजड़ी के पेड़ से पूरे विधान के साथ शादी कर ली। पंडित का कहना है कि खेजड़ी के पेड़ से शादी करने के बाद अब तान्या का मंगल दोष दूर हो जाएगा और उसकी जल्द शादी हो जाएगी। आपको बता दें कि तान्या का खेजड़ी के पेड़ से वैसा ही विवाह किया गया जैसा अन्य़ विवाह की रस्मों में होता है। इन सब मामलों को देखकर एक बात तो पुख्ता तौर पर कही जा सकती है। आज भी भारतीय संस्कृति और समाज को मानने वाले अपने देश में तो हैं ही विदेशी भी इनकी तरफ आकर्षित हो रहे हैं, वे न सिर्फ इनसे आकर्षित हो रहे हैं बल्कि वे इन मान्यताओं को मान भी रहे हैं और उसके अनुसार काम भी कर रहे हैं।
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