लेपर्ड के सिर व हाथी-दांत के प्रोडक्ट मिलने के मामले में गिरफ्तार आरोपियों को लिया रिमांड पर,वन विभाग कर सकता बडे नेटवर्क का खुलासा

दिल्ली से आई वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूर ने राजस्थान के जोधपुर में रेड डालकर लेपर्ड के सिर समेत करोड़ों के हाथी-दांत प्रोडक्ट पकड़े थे। यह…

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दिल्ली से आई वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूर ने राजस्थान के जोधपुर में रेड डालकर लेपर्ड के सिर समेत करोड़ों के हाथी-दांत प्रोडक्ट पकड़े थे। यह कार्रवाई शनिवार को की गई थी। टीम ने जोधपुर के सांगरिया इलाके में एक फैक्ट्री समेत कई ठिकानों पर रेड मारकर सामान जब्त किया था।

दिल्ली से आई वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो के साथ मिलकर जोधपुर वन विभाग की टीम द्वारा कुछ दिन पहले एक विशेष और बडी कार्यवाही को अंजाम देते हुए इस मामले में जोधपुर हैंडीक्राफ्ट कारोबारी भुवनेश कंसारा के साथ उषा अब्बानी को डिटेन किया गया था जिनको सोमवार को कोर्ट में पेश करने के साथ ही रिमांड पर लिया गया है। रिमांड के दौरान इनसे पूछताछ की जा रही है जिसके बाद किसी बडे नेटवर्क का खुलासा किया जा सकता है। हालांकि वन विभाग की टीम को बडी लीड मिलने की बात भी सामने आ रही है। जोधपुर के संभागीय मुख्य वन संरक्षक आरके जैन इस पूरे मामले की बेहतर तरीके से मॉनिटरिंग करने के साथ ही मामले की तह तक पहुंचकर नेटवर्क का खुलासा करने में जुटे हुए है। गौरतलब है कि डब्ल्यूसीसीबी और वन विभाग की टीम ने इस रेड की शुरूआत की थी। टीम तस्करी की चेन के अंतिम स्तर तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। वन्यजीव से संबंधित प्रोडक्ट की खरीद-फरोख्त वन अधिनियम में प्रतिबंधित है। यह नेटवर्क काफी बड़ा है। यह चीजें कहां से आ रही हैं। कौन-कौन इसमें शामिल है, बाजार में यह चीजें कैसे आसानी से उपलब्ध हो रही हैं, इसको लेकर टीम जांच कर रही है। कई सुराग मिले हैं। इस मामले में बड़े गिरोह का खुलासा होने की संभावना है।

यह की गई थी कार्यवाही

दिल्ली से आई वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूर ने राजस्थान के जोधपुर में रेड डालकर लेपर्ड के सिर समेत करोड़ों के हाथी-दांत प्रोडक्ट पकड़े थे। यह कार्रवाई शनिवार को की गई थी। टीम ने जोधपुर के सांगरिया इलाके में एक फैक्ट्री समेत कई ठिकानों पर रेड मारकर सामान जब्त किया था। जोधपुर वन विभाग की टीम भी कार्रवाई में शामिल रही। जिसके चलते अब इस पूरे बडे नेटवर्क का इसके पीछे अंदेशा जताते हुए वन विभाग की टीम काम कर रही है।

कोर्ट में पेश के बाद लिया रिमांड पर

जोधपुर के संभागीय मुख्य वन संरक्षक आरके जैन ने कहा कि इस कार्यवाही में पकडे गए आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया जहां से रिमांड पर लिया गया है। रिमांड के दौरान पूछताछ की जाएगी कि इनके लिंक कहा से थे और जोधपुर में ओर कौन भी इसकी तस्करी करते है। साथ ही इन्होने अभी यह बैचने का स्वीकार किया है। अभी पूरे नेटवर्क का पता लगाया जा रहा है उसके बाद कुछ बडा खुलासा करेंगे।
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250 आइटम्स अब तक किए बरामद

जोधपुर मंडल के डीएफओ मोहित गुप्ता की माने तो दो दिन में टीम ने अलग-अलग जगह दबिश देकर करीब 250 आइटम अब तक बरामद करने में कामयाबी हासिल कर चुकी है। इनकी अगर कीमत की बात की जाए तो 70 लाख से 1 करोड़ रुपए के करीब आंकी जा रही है। कार्रवाई में जोधपुर हैंडीक्राफ्ट कारोबारी भुवनेश कंसारा के साथ उषा अब्बानी को डिटेन किया था। जानकारी के अनुसार पूछताछ में दोनों ने कबूल किया था कि हाथी दांत के प्रोडक्ट ओरिजनल हैं और लेपर्ड का सिर भी असली है।

यह भी किए बरामद

आरोपियों के पास से लेपर्ड का सिर, सांभर की खाल, हाथी दांत की चूड़ियां, गहने रखने का बॉक्स, पेन स्टैंड, पीकदान, सिंदूर की डिब्बी व अन्य आइटम बरामद किया है। हाथी दांत की 7 मूर्तियां भी मिली हैं।

30 लोगो की टीम की यह कार्यवाही


गिरफ्तार किए गए दो लोगो से रिमांड के दौरान पूछताछ के चलते कई नए खुलासे होने की आशंका जताई जा रही है। डब्ल्यूसीसीबी दिल्ली के उपनिदेशक माधविनन व डीएफओ मोहित गुप्ता के नेतृत्व में 30 लोगों की टीम जोधपुर में कार्रवाई की थी। सूत्रों की माने तो टीम अभी भी जोधपुर में है और बताया जा रहा है कि टीम के निशाने पर 10 से ज्यादा कारोबारी हैं जो वन्यजीवों से जुड़े उत्पाद की खरीद-फरोख्त करते हैं।

हैंडीक्राफ्ट व्यवसायियों में मचा हडकंप

कार्रवाई के बाद जोधपुर के हैंडीक्राफ्ट व्यवसाइयों, एंटीक आइटम व एंटीक ज्वेलरी रखने वाले कारोबारियों में हड़कंप है। कई कारोबारी डब्ल्यूसीसीबी टीम के रडार पर आ गए हैं। हाथी दांत के प्रोडक्ट और वन्यजीवों के सींग, नाखून, खाल और हड्डियों की सप्लाई का जोधपुर राजस्थान का सबसे बड़ा सेंटर है।

शिकार व तसकरी से लेकर बडे गिरोह की मिली है लीड

टीम को वन्यजीव शिकार व तस्करी से को लेकर बड़े गिरोह की लीड मिली है। ऐसे में टीम जोधपुर में लेपर्ड की खाल, नाखून, अंग, हाथी दांत से जुड़े आइटम मिलने के बाद वाइल्ड लाइफ एक्ट के तहत इसे तस्करी से जोड़कर जांच कर रही है। टीम की कार्रवाई में लेपर्ड का सिर मिला। अरावली क्षेत्र में लेपर्ड बहुतायत में मिलते हैं। लेपर्ड के शिकार के मामले में सामने आ रहे हैं। ब्लैक मार्केट में लेपर्ट के सिर, खाल, दांत, नाखून की डिमांड है और काफी कीमत लगती है।

जोधपुर में यह रिवाज जिसके चलते होती है सप्लाई

राजस्थान में नई दुल्हन को हाथी दांत की चूड़ियां पहनाने का रिवाज रहा है। हाथी दांत के प्रोडक्ट की खरीद-फरोख्त वन अधिनियम के तहत प्रतिबंधित हैं। इसके बावजूद जोधपुर के मार्केट में कई ज्वेलर्स के पास हाथी दांत की चूड़ियां मिल जाती हैं। टीम को यह लीड भी मिली है कि जोधपुर के ज्वेलर पूरे प्रदेश में हाथी दांत की चूड़ियां सप्लाई भी करते हैं।