Yamuna Water For Rajasthan: हरियाणा और राजस्थान के जल समझौते और ईस्टर्न राजस्थान कैनाल परियोजना (ERCP) पर लोकसभा चुनावों से पहले राजनीतिक तपिश बढ़ने लगी है जहां गुरुवार को राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भजनलाल सरकार पर जोरदार हमला बोला. डोटासरा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यमुना के पानी पर डबल इंजन की सरकार राजस्थान के लोगों को कुठाराघात करने, भ्रमित करने और झूठ बोलने का काम कर रही है.
उन्होंने कहा कि हरियाणा के सीएम के बयान के बाद साफ है राजस्थान को पानी नहीं मिलने वाला है. वहीं ईआरसीपी पर सरकार की धन्यवाद यात्रा को फेल करार बताते हुए डोटासरा ने कहा कि इस परियोजना को लेकर क्या MOU हुआ इसकी अभी तक कोई जानकारी नहीं है.
मालूम हो कि बीते बुधवार को हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र में सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि मौजूदा वक्त में हरियाणा की क्षमता 24,000 क्यूसेक पानी की है ऐसे में इस क्षमता को पूरा करके अगर बरसात के 15 से 20 दिनों में अतिरिक्त पानी प्रदेश में आता है तो ही राजस्थान को पानी दिया जाएगा. खट्टर के इस बयान के बाद मामला गरमा गया जिसके बाद डोटासरा ने भजनलाल सरकार पर तीखा हमला किया है.
खट्टर के बयान के बाद हमलावर हुई कांग्रेस
मालूम हो कि 10 दिन पहले ही 17 फरवरी को राजस्थान और हरियाणा के बीच यमुना के पानी को लेकर एक अहम समझौता हुआ था जहां केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की अध्यक्षता में हुई मीटिंग के बाद बताया गया कि राजस्थान को बारिश के दिनों में यमुना का अतिरिक्त पानी मिलेगा. इस समझौते के मुताबिक बताया गया कि यमुना का यह पानी राजस्थान को दक्षिण हरियाणा की तरफ से दिया जाएगा जिसका इस्तेमाल पीने के पानी के रूप में भी किया जा सकता है.
वहीं इसके तहत अंडरग्राउंड पाइप लाइन डालने की योजना की डीपीआर बनाने पर हुए समझौते के महज 10 दिन बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने कल कहा कि मौजूदा वक्त में हरियाणा की क्षमता 24,000 क्यूसेक पानी की है, इस क्षमता को पूरा करके अगर बरसात के 15 से 20 दिनों में अतिरिक्त पानी प्रदेश में आता है, उसमें से ही राजस्थान को पानी दिया जाएगा. खट्टर के इस बयान के बाद डोटासरा ने कहा कि राजस्थान की जनता पानी के नाम पर गुमराह करने का काम कर रही है और राजस्थान को पानी नहीं मिलेगा.
17 फरवरी को हुआ था समझौता
दरअसल हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से राजस्थान सहित के चूरू, सीकर, झुंझुनूं अन्य जिलों को पानी उपलब्ध को कराने के लिए 17 फरवरी को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर व राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के बीच दोनों राज्यों में अंडरग्राउंड पाइपलाइन बिछाने के लिए समझौता हुआ था जहां दोनों राज्यों ने डीपीआर बनाने पर सहमति दी थी. इसके बाद हरियाणा से 577 एमसीएम यानी 1917 क्यूसेक पानी अंडरग्राउंड पाइपलाइन के जरिए जुलाई से अक्टूबर के बीच राजस्थान प्रस्तावित को उपलब्ध कराना तय किया गया था.
लेकिन अब खट्टर ने कहा कि हम 24 हजार क्यूसेक पानी लेंगे, यहां तक हम पानी नहीं देंगे और यदि इसके ऊपर अगर बरसात के दिनों में बाढ़ का पानी आता है या यमुना में चला जाता है तो उस अतिरिक्त पानी को ही राजस्थान को दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि बारिश के समय 15 से 20 दिनों में ऐसा होता है कि जब 5 से 10 लाख क्यूसेक पानी आ जाता है और इसमें भी हमने शर्त लगाई है कि अतिरिक्त पानी का एक चौथाई पहले हम लेंगे.