Amit Shah in Rajasthan: राजस्थान विधानसभा चुनावों को लेकर टिकटें फाइनल होने के बाद अब प्रचार का दौर शुरू हो गया है जहां कांग्रेस अपनी गारंटी रथ यात्रा की शुरूआत की है. वहीं दूसरी ओर अमित शाह ने सूबे में बीजेपी के चुनावी अभियान का आगाज कर दिया है. इसी कड़ी में केंद्रीय गृह मंत्री शाह मंगलवार को करीब साढ़े तीन बजे मकराना पहुंचे जहां उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी सुमिता भींचर के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित किया.
इस दौरान शाह ने परिवारवाद, पेपर लीक और सांप्रदायिक घटनाओं को लेकर गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा. वहीं इससे पहले शाह ने कुचामन में बीजेपी प्रत्याशी के समर्थन में एक सभा को संबोधित किया जहां मोदी सरकार की योजनाओं को गिनाते हुए राम मंदिर मसले पर भी कांग्रेस पर हमला किया.
‘राजस्थान के लोग मनाएंगे 3 दिवाली’
शाह ने कहा कि राजस्थान में इस बार लोगों को 3 दिवाली मनानी है जहां एक दिवाली उसी दिन, दूसरी 3 दिसंबर को और तीसरी दिवाली 22 जनवरी को रामलला के मंदिर में विराजमान होने पर मनानी है.
उन्होंने कहा कि 70 साल से रामलला अपमानित अवस्था में थे लेकिन कांग्रेस के कान में जूं नहीं रेंगी लेकिन राजस्थान की जनता ने जब पीएम मोदी को चुना तो उन्होंने इसका भूमिपूजन किया जिसके बाद अब 22 जनवरी को वहां श्री राम 550 सालों बाद भव्य मंदिर में विराजमान होने जा रहे हैं.
वहीं शाह ने कहा कि 2014 से 2019 तक मैं बीजेपी का अध्यक्ष था तब राहुल गांधी मुझे पूछते थे कि मंदिर वहीं बनाएंगे लेकिन तिथि नहीं बताएंगे. उन्होंने कहा कि अब रामलला वहां विराजमान होंगे और राहुल गांधी नहीं जाएंगे मकराना के लोगों को अयोध्या जाना है.
5 साल दंगों की भेंट चढ़ा राजस्थान
शाह ने आगे कहा कि राजस्थान में ऐसी सरकार बनाइए जहां हम ऐसी व्यवस्था करेंगे जिसमें पेपर लीक ना हो क्योंकि तुष्टिकरण ही गहलोत सरकार का काम है.
उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में करौली, जोधपुर, मेवात, उदयपुर, जयपुर सहित अनेक जगहों पर हिंसा हुई. उदयपुर में कन्हैयालाल का सिर काटकर हत्या हुई और गहलोत ने महावीर जयंती, रामनवमी पर प्रतिबंध लगा रही थी, यहां कोटा में पीएफआई वाले धड़ल्ले से रैली निकाल रहे हैं.