नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिये देशवासियों से बात की। पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम के105वां एपिसोड में उन्होंने चंद्रयान 3 से बात की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि इसको लेकर देश में एक क्विज कंपटीशन चल रहा है। अगर आपने इसमें हिस्सा नहीं लिया है तो अभी देर नहीं हुई है। इसमें जरूर हिस्सा लें। पीएम ने ये भी कहा कि करोड़ों लोग चंद्रयान-3 की लैंडिंग के गवाह बने हैं। देश में चंद्रयान-3 और जी-20 की चर्चा हो रही है। भारत की सफलता को पूरा विश्व देख रहा है।
पीएम मोदी का विशेष आग्रह…
मन की बात में विशेष आग्रह करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज मैं मन की बात के माध्यम से सभी देशवासियों से एक आग्रह भी करना चाहता हूं। 1 अक्टूबर यानी रविवार को सुबह 10 बजे स्वच्छता पर एक बड़ा आयोजन होने जा रहा है। आप भी अपना वक्त निकालकर स्वच्छता से जुड़े इस अभियान में अपना हाथ बटाएं।
वहीं 2 अक्टूबर को गांधी जयंती भी है। मैं समस्त देशवासियों ने अपील करता हूं कि 2 अक्टूबर के दिन हर देशवासी खादी की कोई भी एक वस्तु जरूर खरीदें।
दुनिया के लोगों की रुचि भारत की ओर बढ़ी…
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बीते कुछ वर्षों में भारत के प्रति आकर्षण बढ़ा है और जी-20 के सफल आयोजन के बाद दुनिया के लोगों की रुचि भारत की ओर बढ़ गई है। जी-20 के सफल आयोजन से देश की खुशी दोगुनी हो गई। जी-20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट कार्यक्रम होने जा रहा है। इसी के साथ उन्होंने कहा कि प्रेरक जीवन यात्राओं को उजागर करने में हमेशा खुशी होती है।
‘विश्व पर्यटन दिवस पर भारत की विविधता के दर्शन करें’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को विश्व पर्यटन दिवस की भी याद दिलाई। उन्होंने कहा, “27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस हैं, पर्यटन को कुछ लोग सिर्फ सैर-सपाटे के तोर देखते हैं, लेकिन पर्यटन का एक बहुत बड़ा पहलू रोजगार से जुड़ा है। मेरा आप सबसे आग्रह है कि जब आप कहीं घूमने जाने की योजना बनाएं, तो ये प्रयास करें कि भारत की विविधता की दर्शन करें।”
सुखदेव भट्ट का अनोखा प्रयास, वन्यजीवों को बचाने में जुटे…
पीएम मोदी ने कहा-बीते कुछ वर्षों में, देश में, शेर, बाघ, तेंदुआ और हाथियों की संख्या में उत्साहवर्धक बढ़ोत्तरी देखी गई है। कई और प्रयास भी निरंतर जारी हैं, ताकि इस धरती पर रह रहे दूसरे जीव-जंतुओं को बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि एक अनोखा प्रयास राजस्थान के पुष्कर में किया जा रहा है। यहां, सुखदेव भट्ट जी और उनकी टीम मिलकर वन्य जीवों को बचाने में जुटे हैं, और जानते हैं उनकी टीम का नाम क्या है? उनकी टीम का नाम कोबरा है। ये खतरनाक नाम इसलिए है क्योंकि उनकी टीम इस क्षेत्र में खतरनाक सांपों का रेस्क्यू करने का काम भी करती है।
सम्भल ने लोगों ने जनभागीदारी और सामूहिकता की मिसाल कायम की…
पीएम मोदी ने कहा-नदी को मां मानने वाले हमारे देश में, सम्भल के लोगों ने जनभागीदारी और सामूहिकता की मिसाल कायम की है। इस क्षेत्र में दशकों पहले, ‘सोत’ नाम की एक नदी हुआ करती थी। अमरोहा से शुरू होकर सम्भल होते हुए बदायूं तक बहने वाली ये नदी एक समय इस क्षेत्र में जीवनदायिनी के रूप में जानी जाती थी । इस नदी में अनवरत जल प्रवाहित होता था। जो यहां के किसानों के लिए खेती का मुख्य आधार था।
समय के साथ नदी का प्रवाह कम हुआ, नदी जिन रास्तों से बहती थी वहां अतिक्रमण हो गया और ये नदी विलुप्त हो गई। लेकिन, 70 गांवों ने एकजुट होकर सोत नदी को पुनर्जीवित किया है। ये जानकर खुशी होती है कि साल के पहले 6 महीने में ही ये लोग नदी के 100 किमी से ज्यादा रास्ते का पुनरुद्धार कर चुके थे। जब बारिश का मौसम शुरू हुआ तो यहां के लोगों की मेहनत रंग लाई और सोत नदी, पानी से, लबालब भर गई।
पीएम मोदी ने कहा आजादी का ये अमृतकाल, देश के लिए हर नागरिक का कर्तव्यकाल भी है। अपने कर्तव्य निभाते हुए ही हम अपने लक्ष्यों को पा सकते हैं, अपनी मंजिल तक पहुंच सकते हैं। कर्तव्य की भावना, हम सभी को एक सूत्र में पिरोती है।