चित्तौड़गढ़। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो चित्तौड़गढ़ और कोटा की टीम ने गुरुवार को जिले के कनेरा क्षेत्र में एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। इस दौरान टीम ने एक मकान में छापेमारी कर अलमारी के अंदर दीवार में और बाड़े से करीब ढाई करोड़ रुपए का मादक पदार्थ बरामद किया। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की टीम को कार्रवाई के दौरान ग्रामीणों के विरोध का सामना भी करना पड़ा। टीम ने जिसके यहां छापेमारी की, उसका क्षेत्र में विशेष प्रभाव है। इसके चलते टीम को रोकने के लिए भारी संख्या में उसके समर्थक व ग्रामीण मौके पर आ गए।
आखिरकार टीम को स्थानीय पुलिस की मदद लेनी पड़ी। दरअसल नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो कोटा और चित्तौड़गढ़ की टीम ने गुरुवार को संयुक्त कार्रवाई को अंजाम दिया। कार्रवाई के दौरान टीम ने मौके से करीब ढाई करोड़ रुपए का अफीम और डोडा चूरा पकड़ा। यह कार्रवाई केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो कोटा के उप नारकोटिक्स आयुक्त डॉ. संजय मीणा के निर्देशन में किया गया। छापेमारी के दौरान मौके से मादक पदार्थ के अलावा नकद 2 लाख 50 हजार रुपए बरामद हुए थे।
मौके पर मिली 100 किलोग्राम अफीम
कोटा के सहायक नारकोटिक्स आयुक्त विजय सिंह मीणा ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर बांगेड़ा घाटा गांव में देवीलाल पुत्र नानालाल धाकड़ के मकान और बाड़े की घेराबंदी की गई। अंदर जाने के बाद मकान की तलाशी ली। मकान की दूसरी मंजिल पर एक कमरा बना हुआ था, जिसकी दीवार पर अलमारी थी। अलमारी में ही आरोपी ने एक गुप्त चेंबर बना रखा था, उसमें 42 थैलियां रखी हुई थीं, जिसमें अफीम भरी थी। तौल करने पर उसमें 100 किलो 100 ग्राम अफीम पाई गई।
पिकअप में मिला 70 किलो डोडाचूरा
टीम ने मिलकर लगभग 500 मीटर की दूरी पर बने बाडे की भी तलाशी ली। जहां से एक पिकअप गाड़ी में 12 क्विंटल 70 किलो डोडाचूरा मिला। घर से जब्त अफीम के डाक्यूमेंट्स भी मिले। इसके अलावा लेन-देन के भी कई डाक्यूमेंट्स मिले जिनकी जांच की जा रही है। आरोपी देवीलाल को ढूंढने के लिए एक अलग से टीम का गठन किया गया। देवीलाल की लगातार तलाश भी की जा रही है। बताया जा रहा है कि देवीलाल पहले भी सरपंच पद के लिए चुनाव लड़ा था लेकिन उसको हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद वह अफीम का मुखिया भी रह चुका है और उसका खुद का भी अफीम का पट्टा है।
आरोपी लड़ चुका है सरपंच का चुनाव
अधिकारियों ने बताया कि आरोपी तस्कर देवीलाल क्षेत्र का एक प्रभावशाली व्यक्ति है, जो ग्राम पंचायत के सरपंच के लिए भाजपा के समर्थन से चुनाव भी लड़ चुका है। हालांकि, वह चुनाव हार गया था। सहायक नारकोटिक्स आयुक्त कोटा विजय सिंह मीणा ने बताया कि अधीक्षक मुकेश खत्री और टीएम कांठेड के नेतृत्व में निरीक्षक सुजीत, अभिमन्यु, आरके चौधरी, पंकज मित्तल, सरवर खान, प्रदीप लोर, पवित्र धारा, उपनिरीक्षक अनुज, इफाक कुरेशी, हरेंद्र, हेमंत, चालक शकील अहमद, मुके श, रामगोपाल, सत्येंद्र, विष्णु और बाबू रजत कु मार ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया।