बेमौसम बारिश ने दी बिजली संकट से राहत : खपत के पीक सीजन में रोज 285 लाख यूनिट की बचत

प्रदेश में पिछले दो महीने में मौसम के बदले मिजाज से बारिश के साथ ओले भी गिरे। प्रदेश में वैशाख में भी सावन जैसे दिन गुजरे।

Power crisis 1 | Sach Bedhadak

जयपुर। प्रदेश में पिछले दो महीने में मौसम के बदले मिजाज से बारिश के साथ ओले भी गिरे। प्रदेश में वैशाख में भी सावन जैसे दिन गुजरे। मौसम विभाग के अनुसार गर्मी के चार में से मार्च और अप्रैल गुजर चुके हैं, लेकिन अधिकतम तापमान 40 डिग्री पार नहीं कर पाया। हर वर्ष औसतन अप्रैल के अंत में तापमान 45 डिग्री तक पहुंच जाता है। लगातार हुए पश्चिमी विक्षोभ से दिन में बादल छाए रहे। ऐसे में लोगों को एसी और कूलर की जरूरत ही नहीं पड़ी। अधिकतर घरों व ऑफिस में एसी-कूलर का उपयोग बहुत कम हुआ। बिजली की बचत से लोगों के बिजली के बिलों में भी कमी हुई, जिससे आम लोगों ने राहत की सांस ली।

दो माह में रोजाना बचे लाखों यूनिट 

विद्युत विभाग के आकंड़ों के अनुसार मौसम में बदलाव से उपभोक्ताओं को मार्च और अप्रैल में राहत मिली, लेकिन अब मई में तापमान बढ़ने से बिजली की खपत भी बढ़ेगी और बिजली के बिल भी बढ़ेंगे। विद्युत विभाग के आकड़ों के अनुसार प्रदेश में गत वर्ष 2022 के मार्च के मुकाबले मार्च 2023 में रोजाना 171.24 लाख यूनिट और अप्रैल माह में रोजाना 285.40 लाख यूनिट बिजली बच रही है। ऐसे में 9 से 10 रुपए प्रति यूनिट से बिजली खरीद करने वाले डिस्कॉम ने बिजली डिमांड कम होने से आर्थिक रूप से भी राहत की सांस ली है। 

अप्रैल में 5.2% घटा विद्युत लोड

अधिकारी ने बताया कि अप्रैल 2022 में प्रदेशभर में 77,607 लाख यूनिट बिजली खपत थी, जो इस साल 73, 574 लाख यूनिट रही। अप्रैल 23 में चार हजार 33 लाख यूनिट की खपत कम हुई। हर साल अप्रैल महीने में औसतन 7 से 8% बिजली का लोड बढता था, लेकिन इस साल 5.2% कम हुआ है। खपत में 6,603 लाख यूनिट सोलर और 4,664 विंड एनर्जी से प्राप्त हुई थी।

देश में भी घटी खपत 

प्रदेश सहित देश में मौसम के बदलाव से अप्रैल में देश में भी की बिजली खपत लगातार घट गई। अप्रैल में बिजली की कुल खपत 1.1 प्रतिशत घटकर 130.57 बिलियन यूनिट रह गई। बिजली विभाग के आंकड़ों के अनुसार, एक साल पहले की अवधि में बिजली की खपत 132.02 बिलियन यूनिट थी, जो अप्रैल 2021 में 117.08 बीयू से अधिक थी। देश में इस साल मार्च में खपत पहले 128.47 बीयू से घटकर 126.82 बीयू रह गई।

खपत घटी फिर भी बढे़ बिल 

महंगाई राहत के बीच सरकार उपभोक्ताओं से फ्यूल सरचार्ज के नाम पर 45 पैसे प्रति यूनिट वसूली हुई। यह वसूली पिछले वर्ष अप्रैल 2022 से जून, 2022 के बीच उपभोग की गई बिजली पर हुई। हालांकि, कृषि उपभोक्ताओं और 50 यूनिट से कम प्रतिमाह विद्युत उपभोक्ताओं को छूट दी गई है। बढ़े सरचार्ज से अप्रैल और मई के  बिजली के बिलों में बढ़ोतरी हुई है। एक बिल में अप्रैल में 268 युनिट के उपभोग पर सरचार्ज 145.68 रुपए आये थे, लेकिन मई महीने में बढे़ सरचार्ज के साथ 273 यूनिट के उपभोग पर 488.89 का सरचार्ज वसूला गया। ऐसे में मौसम ने आम लोगों को बिजली उपभोग में राहत मिली, लेकिन बढे सरचार्ज से बिलो में राहत नहीं मिली।

बदला मौसम कारण 

प्रदेश में मार्च और अप्रैल में औसत तापमान में गिरावट हुई। आंधी व हल्की बारिश होने से तापमान औसत 36 से 40 डिग्री के बीच रहा, जबकि पिछले साल औसत तापमान 42 से 46 डिग्री के बीच रहा। वहीं, बदले मौसम से घरों में लोगों ने एसी कूलर नहीं चलाए, जिससे खपत घटी। 

 महीना वर्ष प्रतिदिन खपत (यूनिट में)

 मार्च 2022 1377.02 लाख यूनिट

अप्रैल 2022 1701.39 लाख यूनिट

मार्च 2023 1205.78 लाख यूनिट

अप्रैल 2023 1415.99 लाख यूनिट

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