Jan Sangharsh Padyatra : आज अपनों को संग लेकर अपनों के खिलाफ उतरेंगे पायलट

पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने पर अपनी ही सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठे सचिन पायलट अब जनसंघर्ष पदयात्रा निकालेंगे।

Sachin Pilot

Jan Sangharsh Padyatra : जयपुर। पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने पर अपनी ही सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठे सचिन पायलट अब जनसंघर्ष पदयात्रा निकालेंगे। इस बार सचिन पायलट कांग्रेस सरकार के दौरान हुई पेपर लीक सहित युवाओं और आमजन के मुद्दों को लेकर सरकार को घेर रहे है। पायलट अनशन के एक माह में ही दूसरी बार सरकार के खिलाफ कदम उठा रहे हैं। पायलट गुरुवार को ट्रेन के जरिये जयपुर से अजमेर जाएंगे। अजमेर के अशोक उद्यान में पायलट सभा कर जनसंघर्ष पद यात्रा शुरू करेंगे। इस दौरान पायलट के साथ समर्थक विधायक और नेता भी मौजूद रहेंगे। पायलट सरकार को घेरने के लिए अजमेर से 16 मई को जयपुर पहुचेंगे।

सचिन पायलट के इस कदम के बाद अब कांग्स आलाकमान पूर्व रे डिप्टी सीएम के खिलाफ सख्त रुख अपनाने की तैयारी कर रहा है। लेकिन सूत्रों के अनुसार पायलट भी चाहते है की उनके खिलाफ कार्रवाई हो और आगे का निर्णय और पूरी रणनीति तैयार करें। दरअसल सचिन पायलट ने मंगलवार को जनसंघर्ष पैदल मार्च का एलान करते हुए कहा था कि कुछ लोग चाहते हैं की कांग्रेस कमजोर हो, कांग्रेस में फूट पड़े यही कारण है कि बदनाम करने का, आलोचना करने का और चरित्र हनन करने का काम किया जा रहा है। लेकिन उन्होंने पार्टी में रहकर ही पब्लिक इश्यू पर और साथ ही अपने स्टडैं पर कायम रहने की बात कही थी। 

खड़गे और राहुल गांधी को लिखा पत्र 

सचिन पायलट समर्थक वेद प्रकाश सोलंकी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी को पत्र लिखकर उन्हें प्रदेश की मौजूदा सियासी हालातों के बारे में बताया है। साथ ही सोलंकी ने राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष खड़गे से सियासी समन्वय स्थापित कराने का भी निवेदन किया है। सोलंकी ने पत्र में प्रदेश प्रभारी रंधावा की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाए हैं, साथ ही कहा कि हमारे मौजूदा प्रभारी नेताओं के बीच तालमेल व समन्वय स्थापित करने में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं। सोलंकी ने मल्लिकार्जुन खड़गे को मामले की जांच अपने हाथों में लेने और राजस्थान की राजनीति में समन्वय स्थापित करने का निवेदन किया है।

फिर फंस सकते हैं सचिन पायलट 

पायलट ने इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के शासन के दौरान हुए घोटालों की जांच नहीं करवाने को लेकर 11 अप्रैल को जयपुर के शहीद स्मारक पर धरना दिया था। ठीक एक महीने बात अब 11 मई को सचिन पायलट सरकार के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए यह पद यात्रा निकालेंगे। एक महीने पहले जब सचिन पायलट ने अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ अनशन का कदम उठाया था। तब प्रदेश प्रभारी सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने कहा था कि यह कदम पार्टी के खिलाफ है और इस पर एक्शन लेंगे। सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने यह भी कहा था कि सचिन पायलट के खिलाफ पहले भी कार्रवाई हो जानी चाहिए थी, लेकिन अब उनके खिलाफ कार्रवाई जरूर होगी। ऐसे में एक बार फिर से यह यात्रा निकालकर पायलट फंस सकते है।

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