राजस्थान के 70 लाख प्रवासी मतदाता चुनाव की सूरत बदलने में सक्षम

कर्नाटक चुनाव पर देश भर की नजरें टिकी हुई है। दक्षिण भारत का द्वार कहे जाने वाले इस राज्य के विधानसभा चुनाव कांग्रेस और भाजपा के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं।

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(पंकज सोनी) जयपुर। कर्नाटक चुनाव पर देश भर की नजरें टिकी हुई है। दक्षिण भारत का द्वार कहे जाने वाले इस राज्य के विधानसभा चुनाव कांग्रेस और भाजपा के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। इसी के साथ इस चुनाव में महत्वपूर्ण मानी जा रही है प्रवासी राजस्थानी मतदाताओं की भूमिका।

करीब सात करोड़ की आबादी वाले इस राज्य में 70 लाख प्रवासी राजस्थानी होने का अनुमान है। राजस्थानियों का कर्नाटक के विकास में जहां बहुत बड़ा योगदान है। यहां अर्थव्यवस्था की डोर इन्होंने थाम रखी है। वहीं कर्नाटक के 224 सीटों पर होने वाले चुनाव में 40 से ज्यादा सीटों पर राजस्थानी मतदाताओं की प्रभावी मौजूदगी है।

(Rajasthan Assembly Elections) इन सीटों का परिणाम करेंगे प्रभावित

कर्नाटक की गांधीनगर, शांतिनगर, चिकपेट, राजाजी नगर, जयनगर, हुबली सेंटर, मैसूरु, मंगलौर, होस्पेट, चित्रदुर्ग यूरियर आदि सीटों पर राजस्थान के नेता सीधा जिम्मा संभाल रहे है। ये वो सीटे हैं, जहां फैसला प्रवासी राजस्थानी करेंगे। इसके अलावा जेपी नगर, बीटीएम लेआउट, विजय नगर, येलाहंका, दासरल्ली सीटों पर भी फै सला प्रवासी राजस्थानियों के हाथ में रहेगा।

कर्नाटक में ज्यादातर प्रवासी राजस्थानी पाली, जालोर, सिरोही, बीकानेर, जोधपुर, हनुमानगढ़, सीकर, झुंझुनूं जिलों से हैं। वहीं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा खुद इनके कार्यक्रमों शामिल हो रहे हैं। नड्डा ने प्रवासी नेताओं से चुनाव को लेकर व विधानसभा चर्चा की है।

भाजपा के नेता निरंतर संपर्क में

बेंगलुरु और हुबली जिलों की 12 सीटें ऐसी हैं जहां सीधे तौर से राजस्थानी मतदाता फैसला करेगा। इन मतदाताओं की भूमिका को समझते हुए राजस्थान भाजपा ने अपने नेताओं की टीम वहां उतार रखी है। इनमें भाजपा के राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह कर्नाटक चुनाव में पार्टी के प्रभारी हैं।

केंद्रीय राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां, विधानसभा में प्रतिपक्ष के सचेतक जोगेश्वर गर्ग, सांसद देवजी पटेल, पीपी चौधरी, राजेन्द्र गहलोत और नंदा डगला वहां रह कर लगातार प्रवासी राजस्थानियों से सम्पर्क कर रहे हैं।

कांग्रेस ने नहीं खोले पत्ते, गहलोत हैं स्टार प्रचारक

राजस्थान कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में प्रदेश के नेताओं की भूमिका को लेकर अभी पत्ते नहीं खोले हैं। अलबत्ता, माना जा रहा है कि राजस्थान से कुछ नेताओं को चुनाव के लिहाज से प्रमुख जिम्मेदारी दी जाएगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस के स्टार प्रचारक सूची में शामिल हैं। उनका कर्नाटक में चुनाव प्रचार का कार्यक्रम मई के दूसरे सप्ताह में बन सकता है।

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