खाजूवाला गैंगरेप केस: युवती के पोस्टमॉर्टम के बाद फिर बना तनावपूर्ण माहौल, परिजनों का शव लेने से इनकार

गैंगरेप के बाद युवती की हत्या के मामले में फिर से नया मोड़ आ गया है। मृतका के परिजन आज फिर धरने पर बैठ गए है।

Khajuwala Police

Khajuwala gangrape case : बीकानेर। गैंगरेप के बाद युवती की हत्या के मामले में फिर से नया मोड़ आ गया है। मृतका के परिजन आज फिर धरने पर बैठ गए है। परिजनों ने पोस्टमार्टम के बाद शव लेने से इनकार कर दिया है। साथ ही 25 लाख का आर्थिक पैकेज और संविदा नौकरी के ऑफर को ठुकरा दिया है। परिजनों का कहना है कि आरोपियों की गिरफ्तारी से पहले कुछ मंजूर नहीं है। जिसके चलते पिछले 48 घंटों से युवती का शव मोर्चरी में रखा हुआ है।

इधर, एसपी तेजस्विनी गौतम ने देर रात बड़ा एक्शन लेते हुए 3 साल अधिक समय से सर्किल में तैनात पुलिसकर्मियों को हटा दिया है। इसी मामले में दो आरोपित पुलिसकर्मियों को पहले ही सस्पेंड किया जा चुका है। बुधवार को भी पीड़िता के परिजनों और रिश्तेदारों ने जमकर हंगामा किया। परिजनों के इस धरने को बीजेपी ने भी समर्थन दिया और पोस्टमार्टम नहीं होने दिया। परिजन आरोपी की गिरफ्तारी, मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी की मांग पर अड़े रहे। हालांकि, देर रात परिजनों ने धरना खत्म कर दिया था।

जानकारी के मुताबिक पुलिस एवं जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों से वार्ता और आश्वासन के बाद बुधवार शाम को पीड़िता के परिजन पोस्टमार्टम के बाद शव लेने को तैयार हो गए। जानकारी के मुताबिक एसआईटी से जांच, परिवीक्षाधीन आईपीएस द्वारा पुलिसकर्मियों पर लगे आरोपों की जांच, राज्य सरकार की ओर से 10 लाख और सामाजिक संस्थाओं से 15 लाख रुपए मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को संविदा नौकरी के आश्वासन पर परिजन धरना समाप्त करने पर सहमत हुए। गतिरोध खत्म होने पर बुधवार शाम पोस्टमॉर्टम शुरू हुआ। लेकिन, गुरुवार सुबह परिजन फिर से धरने पर बैठ गए है। परिजन आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।

धरने को लेकर बीजेपी भी एक राय नहीं

परिजन आज फिर से धरने पर बैठ गए है। इनके साथ कई भाजपा नेता और कार्यकर्ता भी धरने पर बैठे हुए है। बुधवार शाम बीजेपी ज़िलाध्यक्ष जालम सिंह भाटी सहित कई नेताओं की मौजूदगी में समझौता हुआ था। लेकिन, अब भाजपा नेता रवि शेखर मेघवाल का कहना है कि थाने को लाइन हाज़िर किया जाए। ऐसे में माना जा रहा है कि धरने को लेकर बीजेपी भी एक राय नहीं है। वहीं, परिजनों ने वीडियो वायरल कर मामले पर असहमति जताई है। परिजनों की मांग है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और आरोपियों की गिरफ्तारी से पहले कुछ भी मंजूर नहीं है।

दो पुलिसकर्मी निलंबित, खाजूवाला थाने के 7 पुलिसकर्मी हटाए

दुष्कर्म के बाद दलित छात्रा की हत्या मामले में दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। बीकानेर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) ओम प्रकाश ने बताया कि छात्रा के परिवार के सदस्यों ने खाजूवाला थाने के दो कांस्टेबलों सहित तीन लोगों का नाम लिया है। जिनमें से दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। वहीं, पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने देर रात खाजूवाला में तीन साल से अधिक समय से तैनात पुलिसकर्मियों को हटाने के आदेश जारी किए। जिसके बाद खाजूवाला थाना के 7 पुलिसकर्मियों को हटाया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्य आरोपी दिनेश विश्नोई है और खाजूवाला थाने के दोनों पुलिस कांस्टेबलों से पूछताछ कर रही है।

ये है पूरा मामला

बीकानेर जिले के खाजूवाला थाना क्षेत्र में मंगलवार को दलित युवती की दुष्कर्म के बाद हत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आया था। परिजनों ने बताया कि युवती हर रोज सुबह कोचिंग जाती थी। मंगलवार को भी वह घर से कोचिंग जाने के लिए निकली थी, लेकिन रास्ते में ही उसके साथ हादसा हो गया। घटना को लेकर युवती के परिजनों ने कुछ युवकों पर संदेह जताया है। ऐसे में इन युवकों की तलाश जारी है। घटना को गंभीरता से लेते हुए एसपी तेजस्वनी गौतम खाजूवाला में ही डेरा डाले हुए है और किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचने के लिए पुलिस जाब्ता तैनात है।

ये खबर भी पढ़ें:-बेटी हुई तो अस्पताल में ही पत्नी को छोड़ भागा लॉ ऑफिसर, फिर दिया तलाक, अब खा रहा जेल की हवा 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *