Dungarpur: होली पर रंग-गुलाल नहीं बरसाए गए पत्थर, खूनी जश्न में 30 से ज्यादा लोग घायल

Dungarpur के भीलूड़ा गांव में मंगलवार को खेली गई पत्थर मार होली में करीब 30 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए। यहां हर साल होली के दौरान लोग जख्मी होते हैं।

Holi celebration | Sach Bedhadak

डूंगरपुर। प्रदेशवासियों ने मंगलवार को जमकर होली खेली। वहीं राजस्थान के डूंगरपुर (dungarpur) में लोगों ने रंग गुलाल से होली खेलने की बजाय जमकर पत्थर बरसाए। इस खूनी संघर्ष में करीब 30 लोग जख्मी होने की खबर हैं। यह मामला प्रदेश के आदिवासी बहुल डूंगरपुर जिले के भीलूड़ा गांव का है। यहां ढोल कुंडी की थाप पर दो गुटों ने एक-दूसरे पर जमकर पत्थरबाजी की। इस घटना में किसी के हाथ में तो पैर में चोट लगी। घायलों को भीलूड़ा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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अनूठी परंपरा निभाने के चक्कर में 30 लोग जख्मी

भीलूड़ा के आदिवासी बहुल डूंगरपुर में होली पर सालों से चली आ रही अनूठी परंपरा को मंगलवार को दोहराया गया। इस दौरान जिले के भीलूड़ा गांव में पत्थरों की होली खेली गई। जिसमें भीलूड़ा के साथ ही आसपास के गांवों के लोगों ने हिस्सा लिया। ये सभी लोग रघुनाथजी मंदिर में पूजा करने के बाद गांव स्थित मैदान में पहुंचे। जहां गांवों के लोग दो गुटों में बंट गए। वहीं, होली की चीत्कार करते हुए दोनों गुटों ने देखते ही देखते एक-दूसरे पर पत्थर बरसाना शुरू कर दिया। इस घटना में 30 से अधिक लोग घायल हो गए।

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हर साल भारी संख्या में घायल होते है लोग

पत्थरों से होली खेलने की घटना में घायल हुए लोगों का डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ की टीम इलाज कर रही है। गांव के लोगों का कहना है कि पत्थर मार होली की वजह से हर साल भारी संख्या में लोग घायल हो जाते हैं। साथ ही ग्रामीणों की मानें तो पत्थरों की चोट से निकलने वाला खून जमीन पर गिरता है तो गांव में सालभर में कोई अनहोनी नहीं होती है और खुशहाली का माहौल बना रहता है।

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