बाल सुधार गृह की सुरक्षा पर सवाल! पहले प्लान… फिर बाथरूम की खिड़की तोड़ 15 बाल अपचारी फुर्र

प्रारम्भिक जांच में पता चला कि बाल सुधार गृह में रहने वाले 15 बाल अपराधी देर रात बाथरूम के वेंटिलेशन को तोड़कर छत पर पहुंचे। जहां से ये बच्चे पागल खाने की छत से होते हुए सीढ़ियों से नीचे उतर कर भाग गए। 

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जयपुर। सेठी कॉलोनी स्थित बाल सुधार गृह से मंगलवार देर रात 15 बाल अपचारी बाथरूम का खिड़की तोड़कर भाग गए। बुधवार सुबह जब वहां मौजूद स्टाफ ने बाल अपचारियों की संख्या गिनी तो उन्हें वारदात का पता चला। सूचना पर पहुंची ट्रांसपोर्ट नगर पुलिस ने भागने वाले नाबालिग बच्चों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनका रिकॉर्ड सुधार गृह के स्टाफ से लिया है।

ट्रांसपोर्ट नगर थानाधिकारी जय प्रकाश पूनियां ने बताया कि प्रारम्भिक जांच में पता चला कि बाल सुधार गृह में रहने वाले 15 बाल अपराधी देर रात बाथरूम के वेंटिलेशन को तोड़कर छत पर पहुंचे। जहां से ये बच्चे पागल खाने की छत से होते हुए सीढ़ियों से नीचे उतर कर भाग गए। 

भागने वाले सभी नाबालिग बच्चे दौसा, करौली, जयपुर ग्रामीण, दूदू और जयपुर कमिश्नरेट क्षेत्र से हैं। ये सभी अलग-अलग अपराध में बाल सुधार गृह लाए गए थे। फरार हुए बच्चों की तलाश शुरू कर दी है।

पुलिस की पांच टीमें कर रही तलाश

थानाधिकारी पूनियां ने बताया कि बाल सुधार गृह से भागने वाले 15 बाल अपराधियों की तलाश में पुलिस ने पांच टीम बनाई है। यह रेलवे स्टेशन, सिंधी कैंप और जयपुर के अन्य क्षेत्रों में नाबालिगों को तलाशने में लगी हुई है। बाल सुधार गृह में लगे सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस ने चेक किए हैं। 

भागे गए नाबालिगों में दौसा का एक नाबालिग हत्या के प्रयास के मामले में जयपुर के बाल सुधार गृह में बंद था। इसकी दोस्ती जयपुर और दूदू के तीन वाहन चोर नाबालिग लड़कों से हुई। इसके बाद इन लोगों ने यहां से भागने का प्लान बनाया था। 27 जून की रात को करीब साढे 11 बजे दो नाबालिग उठे और बाथरुम में घुसे। 

दोनों ने वेंटिलेशन को तोड़ा और सावधानी से उसे नीचे उतारा। फिर एक नाबालिग बाथरूम से बाहर आया और उसने सभी को इशारा दिया। करीब 12 बजे से अन्य नाबालिग भी बाथरूम में एक-एक घुसे और वेंटिलेशन के अंदर घुस कर छत पर पहुंचे। जहां से ये लोग पागल खाने की दीवार तक पहुंचे और पागल खाने की छत पर कूद कर सीढियों से नीचे उतर गए।

सुरक्षा के ठोस प्रबंध नहीं

बाल सुधार गृह की सुरक्षा हमेशा से सवालों में रही है। पिछले दो साल में बाल सुधार गृह में हत्या, जानलेवा हमला, कुकर्म, मारपीट, दीवार तोड़कर भागने जैसे कई घटनाएं हुई हैं। उसके बाद भी यहां की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोई ठोस प्रबंध नहीं किया गया है। सुरक्षा के लिए बॉर्डर होमगार्ड के भी जवान लगाए गए हैं, लेकिन वह भी नाकाफी साबित हो रही हैं।

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