ईरान ने लम्बी दूरी वाली बैलिस्टिक मिसाइल ‘खुर्रमशहर 4’ का किया सफल परीक्षण 

तेहरान। दक्षिण-पश्चिम एशिया में स्थित इस्लामिक देश ईरान ने गुरुवार को 2,000 किलोमीटर की दूरी तक सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल…

Iran successfully tests long-range ballistic missile 'Khurramshahr 4'

तेहरान। दक्षिण-पश्चिम एशिया में स्थित इस्लामिक देश ईरान ने गुरुवार को 2,000 किलोमीटर की दूरी तक सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। ईरान की सरकारी मीडिया ने इसकी पुष्टि की है। ये मिसाइल सऊदी अरब से लेकर इजराइल और मिडिल ईस्ट क्षेत्र में अमेरिकी ठिकानों को निशाना बना सकता है। अमेरिका और इजराइल से ईरान की पुरानी रंजिश रही है। 

ईरान ने मिसाइल परीक्षण का यह कदम, इजराइल के सशस्त्र बलों के प्रमुख द्वारा तेहरान के खिलाफ परमाणु कार्यक्रम को लेकर “कार्रवाई” की संभावना जताए जाने के दो दिन उठाया है। मध्य-पूर्व में ईरान के पास सबसे बड़े मिसाइल हैं। ईरान का कहना है कि उसके हथियार इस क्षेत्र में इजराइल और अमेरिकी ठिकानों तक पहुंचने में सक्षम हैं। अमेरिका और यूरोपीय देशों के विरोध के बावजूद तेहरान ने कहा है कि वह अपने “रक्षात्मक” मिसाइल कार्यक्रम को जारी रखेगा और उसे और धार देता रहेगा। 

हम देश व उपलब्धियों की रक्षा करेंगे 

ईरानी रक्षा मंत्री मोहम्मदरेजा अश्तियानी ने कहा, “ईरान के दुश्मनों के लिए हमारा संदेश है कि हम देश और उसकी उपलब्धियों की रक्षा करेंगे। हमारे दोस्तों को हमारा संदेश है कि हम क्षेत्रीय स्थिरता में मदद करना चाहते हैं।” ईरान के सरकारी टीवी पर प्रसारित वीडियो फुटेज में ईरान की ‘खुर्रमशहर 4 बैलिस्टिक मिसाइल’ के उन्नत संस्करण को दिखाया गया है, जिसकी रेंज 2,000 किमी (1,243 मील) है। यह 1,500 किलोग्राम (3,300 पाउंड) वारहेड ले जा सकता है। रिपोर्ट के अनुसार मिसाइल को खैबर कहा जाता है। 

2018 में अमेरिका लगा चुका है प्रतिबंध 

बता दें कि मंगलवार को, शीर्ष इजराइली जनरल ने ईरान के खिलाफ “कार्रवाई” की संभावना जताई थी क्योंकि तेहरान के 2015 के परमाणु समझौते को पुनर्जीवित करने के लिए छह विश्व शक्तियों के प्रयास पिछले सितंबर से बढ़ती पश्चिमी आशंकाओं के बीच रुके हुए हैं। अमेरिका ने 2018 में परमाणु समझौते के तहत ईरान की परमाणु गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया था। अमेरिका का आरोप है कि ईरान अपने यहां परमाणु बम कार्यक्रम को प्रसार दे रहा है, जबकि ईरान परमाणु हथियार होने से इनकार करता रहा है।

(Also Read- 33 साल में सूखी विश्व की 53% झीलें, पानी की किल्लत से जूझ रही 200 करोड़ की आबादी)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *