एक गलती…और 72 साल के बुजुर्ग को जिंदा चबा गए 40 मगरमच्छ, टुकड़ों में मिला शव

कंबोडिया देश से एक ऐसी खौफनाक घटना सामने आई है, जिसे जो कोई सुन रहा है उसकी रूह कांप रही है। एक गलती के चलते…

कंबोडिया में 72 साल के बुजुर्ग को जिंदा चबा गए 40 मगरमच्छ

कंबोडिया देश से एक ऐसी खौफनाक घटना सामने आई है, जिसे जो कोई सुन रहा है उसकी रूह कांप रही है। एक गलती के चलते बुजुर्ग की ऐसी दर्दनाक मौत हुई है कि कई लोग तो इसे सुनना भी नहीं चाह रहे। सबसे खतरनाक माने जाने वाले जीव मगरमच्छ के हर कोई खौफ खाता है। आप सोचिए कि क्या हो जब एक साथ 40 मगरमच्छ किसी जिंदा इंसान पर टूट पड़े।

लकड़ी से मगरमच्छ को हटा रहा था बुजुर्ग

यही हुआ है कंबोडिया में, यहां करीब 40 मगरमच्छों ने शुक्रवार को एक 72 साल के बुजुर्ग व्यक्ति को मार डाला, जब वह खुद के मगरमच्छों से फार्म हाउस में गया था। दरअसल उसके फॉर्म में एक मदरमच्छ ने अंडा दिया था, तो वो फॉर्म में जाकर एक लकड़ी की मदद से उस मगरमच्छ को पिंजरे से बाहर निकालने की कोशिश करने लगा, तभी उस मगरमच्छ ने उस लकड़ी को मुंह में दबाकर खींच लिया, तो उस व्यक्ति का संतुलन बिगड़ा गया और वह मगरमच्छों के बाड़े में नीचे गिर गया। इस बाड़े में 40 मगरमच्छ थे।

तब तक चबाया जब तक बुजुर्ग मर नहीं गया

बुजुर्ग के नीचे गिरते ही मगरमच्छों ने उस पर हमला कर दिया और देखते ही देखते बुजुर्ग का शरीर टुकड़ों में खून से लथपथ बंट गया, जब मगमच्छों ने अपना पेट भर लिया तो उसे बाड़े में ही छोड़ कर वे चले गए। इस मामले को लेकर सिएम रीप कम्यून के पुलिस प्रमुख ने न्यूज एजेंसी एएफपी को बताया कि बुजुर्ग पर मगरमच्छों ने तब तक हमला किया जब तक वह मर नहीं गया। उन्होंने कहा कि बुजुर्ग के शरीर के टुकड़ों पर मगरमच्छों के दांतों के निशान थे। उस व्यक्ति का एक हाथ तो मगरमच्छ ने काट लिया और निगल लिया।

2 साल की बच्ची को भी मगरमच्छों ने बनाया था शिकार

पुलिस ने इससे पहले हुई 2019 की एक घटना का भी जिक्र किया। जिसमें उन्होंने बताया कि में दो साल की बच्ची को मगरमच्छों ने मारकर खा लिया था। वह बच्ची अपने गांव में ही खेलते-खेलते मगरमच्छों के फॉर्म में चली गई थी।

मगरमच्छों के खाल-मांस के लिए की जाती है इनकी फार्मिंग

दरअसल अंगकोर वाट के शहर सिएम रीप के आसपास कई मगरमच्छों के फॉर्म हैं। यहां पर बड़े पैमाने पर मगमच्छों को उनके अंडे, खाल और मांस के के व्यापार के लिए रखा जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *