वाशिंगटन- जब भी दो न्यूक्लियर क्षमता वाले देशों में युद्ध या तनाव होता है तो पूरी दुनिया परमाणु बमों से डर जाती है। पूरी दुनिया को इस बात कर डर होता है कि कोई भी देश गलती से न्यूक्लियर मिसाइल (Nuclear Missile) न फायर कर दे। आखिर न्यूक्लियर बम से दुनिया इतना क्यों डरती है। एक न्यूक्लियर बन किसी भी शहर को पूरी तरह तबाह कर सकता है। वहां रहने वाले सभी लोगों को मारने के लिए न्यूक्लियर बम पर्याप्त है।
जो इसकी चपेट में सीधे नहीं आए उन्हें फेफड़े की समस्या, कान के पर्दे फटना या अंदरूनी चोट होती है। इसके अलावा लोगों को बिल्डिंग गिरने, पत्थर ये शीशों के उड़ने से चोट लगेगी। बम से निकलने वाली गर्मी से हवा गर्म हो जाएगी, जिससे हर चीज आग पकड़ लेगी। वहीं, लोगों की खाल बुरी तरह जल जाएगी। इस दौरान सबसे बुरी बात ये रहेगी कि लोग चाहेंगे कि स्वास्थ्य सुविधा उन्हें मिले, लेकिन इतने बड़े हमले में अस्पताल और स्वास्थ्य सुविधाएं भी खत्म हो गई होगी। इसीलिए दुनिया चाहती है कि कभी न्यूक्लिर वार न हो।
न्यूक्लियर बम फटता है तब भागने का मौका भी नहीं मिलता। बम फटने के 10 सेकंड में ग्राउंड जीरो पर लोग भाप बन कर उड़ जाएंगे। बम फटने के बाद कई सौ किमी की रफ्तार से चलने वाली शॉकवेव निकलेगी।
एक बम करोड़ों लोगों को मार सकता है। वहीं अगर रूस और अमेरिका के बीच न्यूक्लियर युद्ध हो जाए तो मान लीजिए कि कई करोड़ लोगों की जान जाएगी।