ब्लैक कॉफ़ी से डायबिटीज होने का रिस्क काम होता है। क्युकी ब्लैक कॉफ़ी में न कैलोरी होती है, न फैट और न ही शुगर, जिसकी वजह से ब्लैक कॉफ़ी पीने डायबिटीज होने का खतरा भी काफी काम हो जाता है।
ब्लैक कॉफी रक्त में पाए जाने वाले हानिकारक लीवर एंजाइम के स्तर को कम करने में मदद कर सकती है। कुछ स्टडीज का दावा है कि कॉफी लीवर कैंसर, फैटी लीवर रोग, हेपेटाइटिस और लीवर सिरोसिस के रिस्क को कम करने में मदद करती है।