हे गजानन! कुछ ऐसा करो कि तृतीय श्रेणी शिक्षकों के ट्रांसफर भी हों शुरू

जयपुर। सरकार से गुहार कर कर के हार गए हैं। हे गजानन! अब आपका ही सहारा है। कुछ ऐसा चमत्कार करो कि तृतीय श्रेणी शिक्षकों…

When will the transfer of third grade teachers also start in rajasthan

जयपुर। सरकार से गुहार कर कर के हार गए हैं। हे गजानन! अब आपका ही सहारा है। कुछ ऐसा चमत्कार करो कि तृतीय श्रेणी शिक्षकों के ट्रांसफर भी शुरू हो जाएं। ऐसी ही कुछ मांग करते हुए तृतीय श्रेणी के शिक्षकों ने अपना ज्ञापन मोती डूंगरी गणेशजी के चरणों में रखा। गौरतलब है कि तृतीय श्रेणी शिक्षक ट्रांसफर की मांग को लेकर शिक्षा संकुल पर धरना दे रहे हैं। शिक्षकों ने बताया कि हमें धरना देते हुए चार दिन हो गए, लेकिन अभी तक कोई ठोस भरोसा नहीं दिया गया है। हम चाहते हैं कि सरकार तृतीय श्रेणी शिक्षकों के ट्रांसफर की घोषणा करे। जब तक घोषणा नहीं होगी हम नहीं उठेंगे।

धन्यवाद दिलवा दिया, ट्रांसफर पर नहीं बोला एक भी शब्द

संगठन के प्रदेश प्रवक्ता ने बताया कि जब चपरासी से लेकर आईएएस के ट्रांसफर हो रहे हैं तो फिर तृतीय श्रेणी शिक्षकों के ट्रांसफर क्यों नहीं हो रहे हैं। इनके साथ ही ऐसा भेदभाव क्यों? तृतीय श्रेणी शिक्षक जब मुख्यमंत्री से मिलने सीएमओ गए तो उनसे ओपीएस और आरजीएचएस पर धन्यवाद दिलवा दिया। लेकिन तृतीय श्रेणी शिक्षकों के ट्रांसफर पर एक शब्द नहीं बोला। इसको लेकर शिक्षकों में रोष है। अब शिक्षकों ने तय किया है कि आंदोलन को जब तक चलाया जाए जब तक ट्रांसफर खुल नहीं जाते। इसीलिए शिक्षा संकुल पर क्रमिक धरना रखा है। 

सरकार वादा करती है, ट्रांसफर नहीं 

उन्होंने कहा कि अगर सरकार हमारी नहीं सुनती है तो अनशन प्रारंभ किया जाएगा। क्या सरकार अंधी है? क्या सरकार को चार दिन से क्रमिक धरना चल रहा है, वो दिख नहीं रहा है। हर आंदोलन के बाद सरकार के वल वादा करती है, लेकिन ट्रांसफर नहीं करती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला कह रहे हैं कि ट्रांसफर खुलेंगे तभी तो थर्ड ग्रेड के ट्रांसफर करेंगे, लेकिन अभी तक सरकार द्वारा ट्रांसफर से बेन ही नहीं हटाया गया है। 

ऐसे में शिक्षक कैसे भरोसा करें? अध्यापक लेवल एक का परिणाम आ गया है, जबकि लेवल दो के परिणाम की घोषणा होने वाली है। तृतीय श्रेणी शिक्षक चितिं त हैं कि जिन जिलों में शिक्षक आना चाहता है, वहां के पद नये अध्यापकों से भर जाएं गे तो ट्रांसफर चाहने वाले शिक्षकों का क्या होगा? उधर ग्रीष्मावकाश की छुट्टियां यदि खत्म हो जाएं गी तो फिर सरकार नये सत्र और ग्रामीण ओलंपिक खेलों का बहाना बनाकर ट्रांसफर नहीं करेगी।

डिलीवरी के कुछ दिन बाद ही पहुंची धरने पर यहां चल रहे धरने में अध्यापिका महालक्ष्मी मीणा डिलीवरी होने के कु छ दिन बाद ही ट्रांसफर की मांग को लेकर अपने परिवार सहित शामिल हुई। उन्होंने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए सरकार के लिए एक वीडियो भी जारी किया। उन्होंने सरकार से जल्द से जल्द ट्रांसफर करने की अपील की।

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