Vice Precidential Election : उपराष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग शुरु, पीएम मोदी ने डाला पहला वोट

Vice Precidential Election : आज देश के अगले उपराष्ट्रपति के चुनाव हैं। इसके लिए संसद में वोटिंग शुरु हो गई है। जो शाम 5 बजे…

vice 2 | Sach Bedhadak

Vice Precidential Election : आज देश के अगले उपराष्ट्रपति के चुनाव हैं। इसके लिए संसद में वोटिंग शुरु हो गई है। जो शाम 5 बजे तक चलेगी। संसद में सबसे पहला वोट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डाला। इस राष्ट्रपति चुनाव में NDA की ओर से पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ ( Jagdeep Dhankhar ) को उतारा गया है। तो वहीं विपक्ष की ओर से मार्गरेट अल्वा उम्मीदार बनाई गईं हैं। बता दें कि मौजूदा राष्ट्रपति वैंकैया नाय़डू का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त हो रहा है। जिसके बाद आज चुने जाने वाला प्रत्याशी उपराष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण करेगा।   

संसद में डाले जाएंगे 747 वोट

बता दें कि इस चुनाव में संसद के दोनों सदनों के सदस्य यानी सासंद ही वोट डालेंगे। लोकसभा में सदस्यों का संख्या 543 है जबकि राज्यसभा में सदस्यों की संख्या 245 है इस हिसाब से कुल मिलाकर सदस्यों की संख्या 788 होती है। लेकिन अभी राज्यसभा में 8 सीटें खाली हैं। तो वोटिंग के लिए 780 सद्सय बचे वहीं ममता बनर्जी ( Mamta Banerjee) की टीएमसी ने इस उपराष्ट्रपति चुनाव ( Vice Presidential Election ) से दूर रहने का फैसला लिया है यानि इस पार्टी के सासंद उपराष्ट्रपति के लिए मतदान नहीं करेंगे।

इस हिसाब से टीएमसी के 36 सासंद वोटिंग में हिस्सा नहीं लेंगे। इसा मतलब वोटिंग कुल 747 सदस्य शामिल होंगे। उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए बहुमत कुल वोट के आधे से एक ज्यादा होता है। यानि आज के चुनाव में जीतने के उम्मीदवार को 374 वोट चाहिए। बता दें कि इन मतों का मूल्य भी एक ही होगा।

NDA का पलड़ा है भारी

हाल ही में हुए राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू ( Droupadi Murmu ) की एकतरफा जीत हुई थी। अब आज हो रहे इस उपराष्ट्रपति चुनाव में ये समीकरण दोबारा दोहराए जा सकते हैं। उपराष्ट्रपति के NDA उम्मीदवार जगदीप धनखड़ को शिवसेना, बीजद, बसपा के अलावा कई पार्टिय़ों ने अपने समर्थन की घोषणा पहले ही कर दी है। वहीं TMC ने तो चुनाव से दूर रहने का ही ऐलान कर दिया है। वहीं राष्ट्रपति की तरह उपराष्ट्रपति ( Vice Presidential Election ) चुनाव में भी क्रॉस वोटिंग की प्रबल संभावना देखी जा रही है। इसके अलावा NDA में अकेले भाजपा के पास ही लगभग उपराष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग के बहुमत के बराबर की संख्या बल है। ये सारे समीकरण उपराष्ट्रपति चुनाव में भी एकतरफा जीत की तरफ इशारा कर रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *