टेक्निकल एजुकेशन पर चर्चा, बेहतर तकनीकी शिक्षा का माहौल विकसित करने में जुटा आर-कैट

राजीव गांधी सेंटर ऑफ एडवांस्ड टेक्नोलॉजी के प्रबंध निदेशक आशीष गुप्ता ने कहा कि राजस्थान तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर परिस्थितियों वाला राज्य है।…

Discussion on technical education, R-CAT engaged in developing an environment for better technical education

राजीव गांधी सेंटर ऑफ एडवांस्ड टेक्नोलॉजी के प्रबंध निदेशक आशीष गुप्ता ने कहा कि राजस्थान तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर परिस्थितियों वाला राज्य है। गुप्ता मंगलवार को आरकैट में आयोजित ‘ओपन हाउस स्टेकहोल्डर्स डायलॉग’ कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की दूरगामी एवं प्रगतिशील सोच का आज यह परिणाम है कि तकनीकी के क्षेत्र में राज्य विश्व पटल पर पहचान स्थापित करने में कामयाबी हासिल कर पाया है। 

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का अनूठा आईटी फिनिशिंग स्कूल आर-केट राज्य में इंजीनियरिंग एवं तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि इस संवाद कार्यक्रम को राज्य के प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र में बदलाव के लिए सभी हितधारकों से इनपुट और अंतर्दृष्टि प्राप्त करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है। 

इसके माध्यम से राज्य सरकार और शैक्षणिक सहयोगी उद्योग के बीच सक्रिय, अंतर-निर्भर और एकीकृत सहयोग मजबूत होगा। ओपन हाउस में आर-कैट के सभी मौजूदा और संभावित भागीदारों के अलावा आरटीयू सहित शैक्षणिक संस्थानों, आईटी और संबद्ध उद्योगों के प्रतिनिधियों और अन्य सभी हितधारकों की भागीदारी होने से राज्य के युवाओं को एक बेहतर तकनीकी दिशा प्राप्त हो सकेगी।

तकनीकी प्रयोगों के बारे में बताया 

आर-कैट की कार्यकारी निदेशक ज्योति लुहाड़िया ने कहा कि रोगजार के साधनों को विकसित करने के लिए आर-कैट निजी संस्थाओं एवं विश्वविद्यालयों के साथ काम करने को तैयार है, जिससे कि प्रदेश में बेहतर तकनीकी शिक्षा का माहौल विकसित हो सके। साथ ही प्रदेश के युवा बेहतर रोजगार के लिए तैयार किया जा सकें। इस मौके पर उन्होंने पीपीटी प्रस्तुतीकरण के माध्यम से राज्य में किए जा रहे तकनीकी प्रयोग एवं भविष्य की संभावनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। 

अब बनना होगा सॉफ्टवेयर प्रदाता 

इस मौके पर मौजूद डाटा इंफोसिस लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अजय डाटा ने कहा कि अब वक्त आ गया है, जब हमें खुद के ऑपरेटिंग सिस्टम एवं सॉफ्टवेयर विकसित करने होंगे। उन्होंने कहा कि जब राज्य सरकार तकनीक के क्षेत्र में अतुलनीय प्रयास कर रही है तो अब यहां के युवाओं को भी गूगल, माइक्रोसॉफ्ट जैसी एप्लिकेशन विकसित करनी होंगी। 

तकनीकी विशेषज्ञों ने दिए सुझाव 

आर-कैट स्नातकों के लिए दीक्षांत समारोह का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम में डॉ. विक्टर गंभीर, कु लपति, जेईसीआरसी, अनिल अग्रवाल, एमडी, एनएवी बैक ऑफिस आईटी सॉल्यूशंस, एस. के . सुराणा, एमडी, कंप्यूकॉम सॉफ्टवेयर लिमिटेड, सुमीत वर्मा, शिक्षा प्रमुख, इंटेल इंडिया, विग्नेश मोहन, सीईओ, टेक्नोलॉजी इनोवेशन एंड स्टार्टअप सेंटर, आईआईटी जोधपुर, डॉ. अरुण सैनी, डीन तकनीकी शिक्षा ने अनुभव एवं सुझाव साझा किए।

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