तबादला नीति तैयार नहीं तो भी सत्र से पहले थर्ड ग्रेड तबादलों की कवायद

इस बार कांग्रेस के विधायक ही तबादलों की मांग मुख्यमंत्री से लेकर कांग्रेस पार्टी प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा से कर रहे हैं।

image 35 2 | Sach Bedhadak

जयपुर। थर्ड ग्रेड तबादलों को लेकर एक बार फिर मांग तेज हो चुकी है। इस बार कांग्रेस के विधायक ही तबादलों की मांग मुख्यमंत्री से लेकर कांग्रेस पार्टी प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा से कर रहे हैं। इधर, शिक्षा विभाग को भी मंत्री ने ताबदलों की तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। पिछले पांच साल से थर्ड ग्रेड के तबादले नहीं होने के चलते शिक्षक सरकार से आर-पार की लड़ाई की चेतावनी दे रहे हैं। इससे पहले 2018 में भी चुनावी साल में अध्यापकों के ट्रांसफर किए गए थे। ऐसे में इस बार भी सरकार के कार्यकाल के अंतिम साल में अध्यापकों को तबादलों की सौगात मिल सकती है।

वहीं तबादलों को लेकर शिक्षकों ने एक बार फिर हुंकार भरी है, जिसको लेकर प्रदेश भर में शिक्षकों द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। इसके बाद अप्रैल में राजधानी में बड़ा धरना दिया जाएगा। तबादला नीति को लेकर प्रदेश के शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला का कहना है कि नीति तैयार हो चुकी है। मुख्यमंत्री से फाइनल अप्रूवल बाकी है। जैसे ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से निर्देश आएंगे, तबादलों का काम शुरू होगा।

करीब एक लाख शिक्षकों को तबादले का इंतजार

राजस्थान में थर्ड ग्रेड टीचर्स के ट्रांसफर पिछले 12 साल में सिर्फ दो बार हुए हैं। साल 2010 में कांग्रेस सरकार ने जबकि 2018 में बीजेपी सरकार ने चुनाव से पहले थर्ड ग्रेड टीचर्स के ट्रांसफर किए थे। इसके बाद अगस्त 2021 में शाला दर्पण पर टीचर्स से ट्रांसफर के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए थे। इसमें प्रदेश के 2.25 लाख टीचर्स में से 85 हजार ने अपने गृह जिले में आने के लिए आवेदन किया था, लेकिन तबादला नीति का हवाला देते हुए थर्ड ग्रेड के तबादले नहीं किए गए। डेढ़ वर्ष से अधिक का समय निकलने के बाद अब दो वर्ष पूर्व हुई भर्ती के शिक्षक भी आवेदन के योग्य हो चुके हैं। अब पूर्व के 85 हजार और नए आवेदकों को मिलाकर करीब एक लाख शिक्षक तबादलों का इंतजार कर रहे है।

बिना ट्रांसफर नीति के भी हो सकते हैं तबादले

चुनावी साल होने की वजह से सरकार थर्ड ग्रेड शिक्षकों को भी खुश करने में जुटी हुई है। तबादलों के लिए सरकार द्वारा तबादला नीति बनाई जा रही है, लेकिन तबादला नीति नहीं आती है तो भी तबादलेहोंगे। नए सत्र से पहले शिक्षा विभाग में तबादलों की तैयारी चल रही है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मानें तो 2018 में जिस तरह से थर्ड ग्रेड के तबादले किए गए थे, उसी तरह इस बार भी तबादले किए जाएंगे। इसके अलावा सेकं ड ग्रेड, फर्स्ट ग्रेड शिक्षक सहित शिक्षा विभाग के अन्य वर्गों के तबादले होंगे।

25 हजार कार्मिकों के हो चुके ट्रांसफर

पिछले समय तबादलों से रोक हटने पर शिक्षा विभाग में करीब 25 हजार कार्मिकों के तबादले किए गए थे। शिक्षा निदेशालय के स्तर पर प्रधानाचार्य, उप प्रधानाचार्य, व्याख्याता सभी विषय और वरिष्ठ अध्यापकों की 120 तबादला सूचियां जारी की गई हैं। इनमें 16 हजार से ज्यादा कार्मिकों के स्थानांतरण किए गए। वहीं शिक्षा विभाग में मंडल स्तर पर 9 मंडलों में करीब नौ हजार से ज्यादा शिक्षकों और अन्य सभी संवर्ग के कार्मिकों के तबादले हुए हैं।

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