प्रदेश में पर्यावरण दिवस पर किया जाएगा ‘नंदन कानन’ योजना का शुभारंभ

जयपुर। देवस्थान विभाग मंत्री शकुंतला रावत की अध्यक्षता में शुक्रवार को उद्योग भवन में विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक हुई। मंत्री शकुंतला रावत…

'Nandan Kanan' scheme will be launched in the state on Environment Day

जयपुर। देवस्थान विभाग मंत्री शकुंतला रावत की अध्यक्षता में शुक्रवार को उद्योग भवन में विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक हुई। मंत्री शकुंतला रावत ने बताया कि देवस्थान विभाग द्वारा शुरू की गई अति महत्वाकांक्षी नंदन कानन योजना का शुभारंभ 5 जून को पर्यावरण दिवस के अवसर पर किया जाएगा। 

क्या है नंदन कानन योजना

नंदन कानन योजना के तहत देवस्थान विभाग के सभी मंदिरों में पेड़ पौधे लगाए जाएंगे। मंत्री ने मंदिरों में बड़, पीपल जैसे पौधे लगाने पर मुख्य रूप से जोर दिया हैं। मंत्री ने कहा कि बड़, पीपल जैसे पौधे लगाने से लुप्त होती हुई चिड़िया और पक्षियों की सुरक्षा हो सके। साथ ही प्रचुर मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध करवाने वाले पौधों की संख्या में बढ़ोतरी हो सके। 

विभाग द्वारा वरिष्ठ नागरिकों के लिए तीर्थ यात्रा में नागरिकों की संख्या 20 हजार से बढ़ाकर 40 हजार कर दी गई है, जिसमें 4 हजार यात्री हवाई जहाज से तथा 36 हजार यात्रियों को ट्रेन से तीर्थयात्रा के लिए रवाना किया जाएगा। रावत ने कहा इस महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत अगले महीने जून से की जाएगी। रेल मार्ग से जाने वाले यात्रियों को 14-15 जून 2023 से व हवाई यात्रा को 22 और 23 जून से शुरू किया जाना प्रस्तावित है।

मंदिरों में लगेंगे बड़, पीपल, तुलसी के पौधे

रावत ने बताया कि 593 मंदिरों केलिए 593 लाख रुपए आवंटित किए गए हैं, जो मुख्यमंत्री के कथन सेवा ही धर्म है को सार्थक करता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश धर्म नगरी के नाम से जाना जाता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने बुजुर्गों की रामेश्वरम, तिरुपति बालाजी जाने की इच्छा को वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा के माध्यम से साकार किया है।

शॉर्ट फिल्म से दी मंदिरों की जानकारी 

बैठक में देवस्थान मंदिरों पर बनाई गई शॉर्टफिल्म को पर्दे पर दिखाकर राजस्थान की पहचान बताने वाले मंदिरों की जानकारी दी गई। देवस्थान मंत्री ने इसे घर-घर तक पहुंचाने के लिए अधिक से अधिक लोगों तक जानकारी पहुंचाने का निर्देश दिया। 

मंदिरों के छपेंगे वार्षिक कैलेंडर 

मंदिरों में पूजा करने के लिए फूलों की कमी को पूरा करने के लिए मोगरे के पौधे लगाने के आदेश दिए। वहीं, मंत्री ने अधिकारियों को हर मंदिर में तुलसी के पौधे लगाने का भी आदेश दिया। अलवर में देवस्थान विभाग का मंदिर एक कमरे में चल रहा था, जिसे नए कार्यालय में शिफ्ट करने के लिए मंत्री ने देवस्थान कमिश्नर को निर्देश दिए। 

इसके साथ ही देवस्थान विभाग के नवीन कैलेंडर को लेकर भी बैठक में चर्चा की गई, जिसमें मंत्री ने देवस्थान मंदिरों के वार्षिक कैलेंडर छपवाने व इन पर देवस्थान विभाग का लोगो छपवाकर कार्यक्रम आयोजित करवाने की बात कही। बैठक में संयुक्त शासन सचिव शक्ति सिंह राठौड़, प्रज्ञा केवलरमानी, अतिरिक्त आयुक्त ओपी जैन सहित कई अधिकारी मौजूद रहे। 

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