BJP के प्रदर्शन के बीच CM गहलोत से मिलीं वीरांगनाएं, बोलीं-किसी और को नहीं मिलना चाहिए शहीद के बच्चे का हक

26 वीरांगनाओं के समूह ने आज मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर सीएम अशोक गहलोत से मुलाकात की।

cm gehlot | Sach Bedhadak

जयपुर। एक ओर बीजेपी वीरांगनाओं के समर्थन में प्रदेशभर में विरोध-प्रदर्शन कर रही है। वहीं, दूसरी ओर 26 वीरांगनाओं के समूह ने आज मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर सीएम अशोक गहलोत से मुलाकात की। इस दौरान शहीदों की वीरांगनाओं ने सीएम अशोक गहलोत के सामने अपनी बात रखी। वीरांगनाओं ने सीएम गहलोत से कहा कि सिर्फ हमें और हमारे बच्चों को ही नौकरी मिलनी चाहिए। किसी तीसरे को नौकरी नहीं मिलनी चाहिए।

इन मुद्दों पर सीएम गहलोत से की चर्चा

सीएम गहलोत से संवाद के दौरान वीरांगनाओं ने उनके परिवार, बच्चों की शिक्षा, सैनिक कल्याण से जुड़ी योजनाएं, वीरांगनाओं को मिलने वाली सुविधाओं सहित बच्चों के अलावा किसी अन्य को नौकरी नहीं देने के मुद्दे पर चर्चा की। वीरांगनाओं ने कहा कि शहीद के भाई या किसी अन्य रिश्तेदारों को अनुकंपा नौकरी नहीं दी जाएं। वीरांगनाओं या उनके बच्चों को ही अनुकंपा नौकरी मिलनी चाहिए।

गहलोत बोले- शहीदों के परिवार के साथ सदैव खड़ी रहेगी प्रदेश सरकार

विरांगनाओं से मुलाकात करने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया कि वीरांगनाओं का अभिवादन और बलिदानियों को सादर नमन। शहीदों की वीरांगनाओं ने अपनी भावनाएं व्यक्त कर प्रदेश सरकार की वर्तमान नीतियों को अपना समर्थन दिया। वीरांगना और उनके बच्चों के हक की नौकरी किसी अन्य को देना उचित नहीं है। प्रदेश सरकार शहीदों व उनके परिवार के साथ सदैव खड़ी रहेगी।

शहीद के बच्चे बड़े होकर नौकरी के लिए तरसे, यह मंजूर नहीं

सीएम गहलोत से मिलने के बाद मीडिया से चर्चा के दौरान वीरांगनाओं ने कहा कि शहीद के बच्चे बड़े होकर नौकरी के लिए तरसे, यह मंजूर नहीं है। शहीद के बच्चे का हक किसी और को नहीं मिलना चाहिए। साथ ही वीरांगनाओं ने प्रदेश सरकार की वर्तमान सैनिक कल्याण योजनाओं और उनको मिल रहे रिस्पांस पर संतोष जताया।

ये खबर भी पढ़ें:-वीरांगनाओं के देवर को नौकरी क्यों नहीं ?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *