मौसम के बदले मिजाज ने किसानों को रूलाया, बारिश-ओलावृष्टि से खेतों में तैयार फसलों में भारी नुकसान

प्रदेश में बीते तीन दिन से हो रही बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से खेतों में तैयार फसलों में भारी नुकसान हुआ है।

rain and hailstorm in Rajasthan | Sach Bedhadak

जयपुर। प्रदेश में बीते तीन दिन से हो रही बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से खेतों में तैयार फसलों में भारी नुकसान हुआ है। राजधानी जयपुर सहित प्रदेश के एक दर्जन से अधिक जिलों में बारिश और ओले गिरे। माउंट आबू में बुधवार दोपहर बारिश के साथ ओले गिरे, वहीं जयपुर में देर शाम तेज हवाओं के साथ अचानक कुछ देर तक तेज बारिश हुई, इसके बाद देर रात तक झिरमिर जारी रही। प्रदेश में मंगलवार को सबसे अधिक बारिश जैसलमेर के फतेहगढ़ में 26 एमएम दर्ज की गई, जबकि डूंगरपुर में 9 एमएम बारिश हुई, वहीं बाड़मेर और अजमेर में 7-7 एमएम बारिश हुई।

राजधानी जयपुर में दो दिन में 3 एमएम से अधिक बारिश दर्ज की गई है। जयपुर में मंगलवार देर रात भी तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। बुधवार शाम यहां दौरान करीब एक एमएम बारिश दर्ज की गई। वहीं, देर शाम झालावाड़ में करीब 10 मिनट तक ओले गिरे। मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार अचानक बने पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश की गतिविधियां शुरू हुई हैं। इससे तापमान में तीन से चार डिग्री की गिरावट हुई है। जैसलमेर और बाड़मेर के भी कई हिस्सों में मंगलवार को तेज बारिश के साथ चने के आकर के ओले गिरे।

साथ ही, अचानक हुई तेज बारिश के कारण खेतों में पानी भर गया। मौसम विभाग के अनुसार 9 मार्च से विक्षोभ का असर राज्य के अधिकांश भागों से समाप्त होगा। और अगले चार दिन मौसम शुष्क रहने व अधिकतम तापमान में दो से 4 डिग्री सेल्सियस बढ़ोतरी होने की संभावना है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए बताया की प्रदेश में एक और नया पश्चिमी विक्षोभ 13 और 14 मार्च से राज्य में सक्रिय होने से पुनः थंडरस्ट्रॉम गतिविधियां दर्ज होने की संभावना है।

केंद्रीय राज्य मंत्री ने लिया जायजा

केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कै लाश चौधरी ने बुधवार को बाड़मेर के बायतु व गुड़ामलानी विस क्षेत्र दौरा कर बारिश व ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों का जायजा लेते हुए प्रभावित किसानों से बात कर प्रशासनिक एवं कृषि विभाग तथा फसल बीमा कम्पनी के अधिकारियों को फसल खराबे का आकलन कर जल्दी मुआवज़ा राशि दिलवाने को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

तेज हवा व ओलों से बिछी फसलें

प्रदेश में रबी की फसल पककर तैयार हो चुकी है। ऐसे समय में मौसम की सबसे ज्यादा मार किसानों पर पड़ी है। फसल कटाई के समय हुई बारिश और ओलावृष्टि के कारण खेतों में तैयार खड़ी गेहूं, चना, सरसों, जीरे की फसलों में भारी नुकसान हुआ है। बाड़मेर, जालोर, डूंगरपुर, झालावाड़, बूंदी, अजमेर, जयपुर, जैसलमेर, सीकर, चूरू, बीकानेर और अलवर सहित एक दर्जन जिलों में बारिश, ओलों और तेज हवाओं से फसलें खेतों में बिछ गईं।

फसल खराबे की स्थिति में देंगे हरसंभव मदद: CM

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बेमौसम बारिश एवं ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान का शीघ्र आकलन के लिए विशेष गिरदावरी के निर्देश दिए हैं। राज्य सरकार फसल खराबा होने की स्थिति में किसानों का हरसंभव सहयोग करेगी।

खराबे की सूचना 72 घंटे में दें

कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि पीएम फसल बीमा में किसानों को खराबे का बीमा देने का प्रावधान है। किसान फसल खराबे की सूचना 72 घंटे में संबंधित कम्पनी को दें।सभी जिलों के संयुक्त निदेशकों को निर्देशित किया है कि समस्त प्रभावित बीमित फसल की सूचना किसानों द्वारा दर्ज किया जाना सुनिश्चित करें।

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