वीरांगनाओं के मुद्दे पर केंद्र का गहलोत सरकार पर बड़ा हमला, अब अपने वादे से क्यों मुकर रहे मुख्यमंत्री?

न्याय की मांग कर रही वीरांगनाओं को जबरन धरने से उठाने और सांसद किरोड़ीलाल मीणा से दुर्व्यवहार को लेकर बीजेपी ने एक बार फिर गहलोत सरकार पर तीखा हमला बोला है।

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जयपुर। न्याय की मांग कर रही वीरांगनाओं को जबरन धरने से उठाने और सांसद किरोड़ीलाल मीणा से दुर्व्यवहार को लेकर बीजेपी ने एक बार फिर गहलोत सरकार पर तीखा हमला बोला है। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने रविवार को गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बलिदान देने वालों की वीरांगनाओं को सड़क पर चोटी पकड़ कर खींचना और कपड़े फाटकर उनका अपमान करना यह बर्बरतापूर्ण है। जबकि सीएम गहलोत ने वीरांगनाओं से देवर को नौकरी का वादा किया था। लेकिन, अब खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने वादे से मुकर रहे है।

एक स्कूल के वार्षिकोत्सव ‘उमंग’ में शरीक होने कोटा पहुंचे केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल ने वीरांगनाओं के मुद्दे पर कहा कि जब मुख्यमंत्री शहीद के घर गए थे, तब उन्होंने वीरांगनाओं के देवर को नौकरी देने का वादा क्यों और किस वजह से किया था। हमारा एक ही सवाल है कि गहलोत सरकार के मंत्री जब शहीद परिवार से मिलने गए थे। तब उन्होंने भरोसा दिलाया था कि हम देवर को नौकरी लगा देंगे, उसका जवाब अब सीएम क्यों नहीं दे रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अब घुमा-फिरा कर बात क्यों कर रहे हैं?

केन्द्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी बोला तीखा हमला

जोधपुर दौरे पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी गहलोत सरकार पर तीखा हमला बोला। केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि देश के लिए अपनी शहादत-बलिदान देने वालों की वीरांगनाओं को सड़क पर चोटी पकड़ कर खींचना, उनका इस तरीके से अपमान करना यह बर्बरतापूर्ण है। मैं इस तानाशाही रवैया से बहुत ही आहत हुआ हूं। न्याय की मांग को लेकर धरने पर बैठी वीरांगनाओं से अभी तक सीएम गहलोत ने मुलाकात नहीं की है। ये दुर्भाग्यपूर्ण है। जिन्होंने देश के लिए अपनी शहादत दी, अपना सर्वस्व देश के लिए न्यौक्षावर कर दिया। उन शहीदों की वीरांगनाओं से किसी नियम की आड़ में हम मिलना भी स्वीकार ना करें, यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।

वीरांगनाओं को चोटी पकड़कर खींचना गलत

केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि जिस तरह का व्यवहार वीरांगनाओं के साथ किया गया, सड़क पर चोटी पकड़ कर खींचना और कपड़े फाड़कर अपमानित करना गलत है। लोकतांत्रिक तरीके से धरने पर बैठी वीरांगनाओं को रात के अंधेरे में उठाना और उनको नजरबंद कर देना। साथ ही उनसे अब तक किसी को नहीं मिलने देना, ये बर्बरतापूर्ण के साथ-साथ तानाशाही पूर्ण रैवया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान के लोगों में देश के लिए बलिदान की परंपरा रही और इस बलिदान को सम्मान की दृष्टि से देखा जाता था। लेकिन, गहलोत सरकार के इस रैवये से ये सभी लोग आहत है।

किरोड़ी से दुर्व्यवहार के सवाल पर ये बोले शेखावत

किरोड़ी मीणा के साथ दुर्व्यवहार के सवाल पर केन्द्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि इससे यह तो साफ हो गया है कि जो भी हक की आवाज उठाएगा, प्रदेश सरकार उसका दमन कर देगी। पेपर लीक, खनन माफिया, अवैध बजरी खनन, किसानों के हक, खाद की कालाबाजारी या वीरांगनाओं के लिए जो भी आवाज उठाएगा। सरकार उसका दमन करने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है।

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