राजस्थान में सूर्य ने तीखे तेवर दिखाना शुरू कर दिया है। राजधानी जयपुर समेत पूरे प्रदेश में गर्म हवाओं का असर लगातार बढ़ता जा रहा है। अप्रेल से पहले ही प्रदेश के तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। उमस और गर्मी के कारण शहरवासी परेशान है। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत उत्तर प्रदेशए मध्य प्रदेश और राजस्थान में इस साल भीषण गर्मी का प्रकोप दिखाई देगा।
मौसम विभाग के अनुसार पाकिस्तान और ईरान की ओर से पश्चिमी राजस्थान की ओर से प्रति चक्रवाती तंत्र का असर कम होता दिखाई दे रहा हैं। इसके चलते प्रदेश में कई जिलों में लू चल रही है और इस बार पूर्वी राजस्थान के बजाय पश्चिमी राजस्थान में ज्यादा गर्मी पड़ने के आसार नजर आ रहे हैं। बीते 24 घंटे की बात की जाए तो प्रदेश में विभिन्न जगहों के पारे में गिरावट नहीं दर्ज की गई है। एक से दो डिग्री की गिरावट बाड़मेर सहित अन्य जगहों पर दर्ज किया गया है।
जयपुर में सुबह से आंशिक रूप से बादल छाए रहे । मौसम विभाग के अनुसार बादल 24 घंटे तक छाए रहने की संभावना है। बीते 24 घंटे में दिन का सबसे अधिक पारा बांसवाड़ा का (40.9 डिग्री) दर्ज हुआ वहीं करौली का (39.4 डिग्री), डूंगरपुर (40 डिग्री), जालोर का (39.3 डिग्री), पिलानी (39 डिग्री), बाड़मेर (38.7 डिग्री) , नागौर (39.1 डिग्री), टोंक (39.4 डिग्री) एवं जयपुर का पारा (37.5 डिग्री)सेल्सियस दर्ज किया गया।
IMD की माने तो पूरे प्रदेश में अधिकतम तापमान में गिरावट का रुख है। आने वाले दिनों में बढ़ते तापमान से राजस्थान समेत कई राज्यों को राहत मिल सकती है। जयपुर मौसम केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि बीते कई दिनों से सक्रिय प्रति चक्रवाती तंत्र अब कमजोर हो रहा है। साथ ही वर्तमान में उत्तर.पश्चिमी राजस्थान के ऊपर एक परिसंचरण तंत्र बना हुआ है। इससे 48 घंटों के दौरान अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की कमी होगी।
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