झुंझुनूं जिले की रोडवेज (Jhunjhunu Roadways) बसों में रसूखदारी के चलते महंगी दरों पर डीजल (Diesel) खरीद का खेल सामने आया है। कुछ पेट्रोल पंप भी अपनी मनमर्जी से मार्केट से कुछ पैसे अधिक दर से पेट्रोल-डीजल बेच प्रतिदिन अपनी काली कमाई में इजाफा करने में जुटे हुए हैं। कुछ ऐसे ही खुलासे राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की रोडवेज बसों में डीजल सप्लाई को लेकर पैदा हुई प्रतिस्पर्धा में दो कंपनियों की पेट्राल पंपों के मालिकों की आपसी खींचतान में सामने आए हैं।
जहां बीपीसीएल (BPCL) कंपनी के जीलाल फिंलिंग स्टेशन जो अपनी रसूख के बल पर जिले की रोडवेज बसों में डीजल की सप्लाई देने के लिए बार-बार विभाग से अपने नाम आदेश जारी करवा रहा है। वहीं, दूसरी ओर आईओसीएल के प्रभुदयाल जसवंत अपने हक की लड़ाई को लेकर विभाग व संबंधित बीपीसीएल कंपनी के पंप मालिक की कारगुजारी एवं तेल के इस खेल से हर आम व खास को वाकिफ करवा रहा है।
आईओसीएल (IOCL) के प्रभुदयाल जसवंत पंप के मालिक प्रवीण कटेवा ने सच बेधड़क (Sach Bedhadak) के साथ बातचीत मे कई खुलासे किए और उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। कटेवा ने आरोप लगाया है कि जीलाल फिंलिंग स्टेशन व एचपीसीएल के पंप से 10 पैसे अधिक रेट होने के बावजूद रोडवेज नेडीजल लेेना क्यों शुरू किया।
कटेवा ने बीपीसीएल (BPCL) कंपनी के पंप पर आरोप लगाया है कि इसी पंप से सभी विभागों के वाहनों में डीजल की सप्लाई वर्षों से दी जाती है, जिससे सरकारी विभागों व आम जनता में यह पंप दस पैसे प्रति लीटर अधिक वसूली कर प्रतिदिन 30 हजार रुपए की कमाई कर रहा है। किसी विभाग में ध्यान नहीं दिया है। इस प्रकरण को उच्चाधिकारियों व राज्य के परिवहन मंत्री के समक्ष ले जाया जाएगा।
इस मामले को लेकर झुंझुनू डिपो के मुख्य प्रबंधक गणेश शर्मा ने कहा कि सभी आरोप गलत हैं। जहां से सस्ता तेल मिल रहा है। वहीं से भरवाने के निर्देश दिए गए हैं। खरीद नियमों के अनुसार ही की जा रही है।