बेधड़क,जयपुर: प्रदेश शहरी क्षेत्रों में 31 दिसंबर 2021 तक एग्रीकल्चर लैंड पर बसी कॉलोनियों का अब नियमन हो सकेगा। अभी तक सरकार 17 जून 1999 से पहले बसी कॉलोनियों के नियमन को ही अनुमति दे रही थी। इस अनुमति को लेकर राजस्थान विधानसभा (Rajasthan Vidhansabha) ने बुधवार को राजस्थान भू-राजस्व (संशोधन) विधेयक, 2022 को ध्वनिमत से पारित कर दिया।
संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल (shanti dhariwal) ने विधेयक को चर्चा के लिए सदन में प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि 17 जून 1999 के बाद कृषि भूमि पर अनेक आवासीय कॉलोनियां बसी है। खातेदार ने छोटे-छोटे भूखंड काट दिए, उन पर निर्माण भी हुए। ऐसे लोगों को अब पट्टे देने में दिक्कत आ रही है। उन्हें मास्टर प्लान के अनुसार ही पट्टे दिए जाएंगे। पहले कई टैक्स की वजह से भूमि को रूपांतरित नहीं करवाते थे और अकृषि कार्यों के पट्टे देना मुश्किल था। इसी तरह अजाजजा के लोगों ने भी अन्य लोगों को भूमि का बेचान कर दिया है। ऐसे में अब 31 दिसंबर 2021 तक विकसित हो चुकी कॉलोनियों को पट्टे दिए जा सकेंगे। नगर निकायों में भर्ती आरपीएससी से
विधानसभा (Vidhansabha) ने बुधवार को राजस्थान नगरपालिका (संशोधन) विधेयक, 2022 को ध्वनिमत से पारित कर दिया। संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने बताया कि नगरपालिक (प्रशासनिक एवं तकनीकी) सेवा के सीधी भर्ती के पदों पर नियुक्तियां करने के लिए अब राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा परीक्षा की जाएगी। उन्होंने बताया कि वर्तमान में नगरपालिक (प्रशासनिक एवं तकनीकी) सेवा के सीधी भर्ती के पदों के लिए अभ्यार्थियों का चयन संबंधित सेवा नियमों के उपबंधों के अधीन गठित राज्य स्तरीय आयोग द्वारा किया जाता है।
सदन में हुई चर्चा के बाद विधेयक के उद्देश्यों एवं कारणों के बारे में बताया गया। संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि मास्टर प्लान के अनुसार ही सेक्टर प्लान बनाकर नियमों के तहत भूखंडों का नियमन किया जाएगा। नदी, नालों, पानी के बहाव, इकोलॉजिकल क्षेत्र में पट्टे नहीं दिए जाएंगे। संसदीय कार्य मंत्री ने बताया कि वर्तमान सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियान के माध्यम से 10 लाख पट्टे वितरित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र की चारागाह क्षेत्र की कॉलोनियों को भी जांच कराकर पट्टे दिए जाएंगे। साथ ही, उन्होंने कहा कि जयपुर में वर्ष 2001 तक जितनी भी गृह निर्माण सहकारी समितियों के दस्तावेज मिले, उनकी बुकलेट बनाई गई है। उनके अनुसार उन्हें पट्टे दिए जा रहे हैं।