मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने लगातार बढ़ रहे साइबर अपराधों की रोकथाम, डिजिटल इको- सिस्टम (Digital Eco System) की साइबर खतरों से सुरक्षा और आमजन को जागरूक करने के उद्देश्य से 50 करोड़ रुपए की लागत से सेंटर फाॅर साइबर सिक्योरिटी की स्थापना करने की घोषणा की है। इसके साथ ही 108 एम्बुलेंस की तर्ज पर डायल 100 एवं डायल 112 से जोड़ते हुए 500 पुलिस मोबाइल यूनिट गठित करने, अभय कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से जुड़े कैमरों की संख्या 10 हजार से बढ़ाकर 30 हजार करने और बड़े निजी संस्थानों और व्यावसायिक स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाना अनिवार्य करने की घोषणा की है।
शनिवार को राजस्थान पुलिस अकादमी परिसर में राजस्थान पुलिस स्थापना दिवस (Rajasthan Police Diwas) के अवसर पर आयोजित परेड के निरीक्षण के बाद संबोधित कर रहे थे। उन्होंने जवानों एवं अधिकारियों को पुलिस स्थापना दिवस की बधाई दी और कर्तव्य निर्वहन के दौरान शहीद हुए पुलिसकर्मियों को नमन किया। मुख्यमंत्री ने पुलिस का खेल बजट 50 लाख रुपए से बढ़ाकर 2 करोड़ रुपए तथा पुलिस उत्सवों के आयोजन का फंड 25 लाख से बढ़ाकर एक करोड़ रुपए करने की घोषणा भी की।
मुख्यमंत्री (Ashok Gehlot) ने कहा कि अच्छा काम करने वाले पुलिसकर्मियों व अधिकारियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। करौली के कांस्टेबल नेत्रेश शर्मा की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि उसे हेड कांस्टेबल पद पर पदोन्नत करने का फैसला किया है। उन्होंने सिरोही के कांस्टेबल लाभूसिंह की भी प्रशंसा की। जिसने अपनी सतर्कता से सीसीटीवी कैमरे की सहायता से बच्ची के साथ दुष्कर्म होने से बचाया। सीएम गहलोत ने कहा कि कोरोना संक्रमण की पहली लहर में लगे लाॅकडाउन के दौरान पुलिस ने प्रभावी भूमिका निभाई। संक्रमण से लड़ रही जनता ने राजस्थान पुलिस का मानवीय चेहरा देखा।
पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर (ML Lather) ने कहा कि सरकार ने इस बार बजट में पुलिस विभाग के लिए अपेक्षा से ज्यादा घोषणाएं की है। सीएम ने अपने पहले कार्यकाल में पुलिस की पासिंग आउट परेड एवं अन्य उत्सवों के आयोजन के लिए फंड दिया था। दूसरे कार्यकाल में उन्होंने थानों की नफरी बढ़ाकर शहरी क्षेत्र में 60 एवं ग्रामीण क्षेत्र में 45 करने का साहसिक निर्णय लिया। जयपुर एवं जोधपुर में पुलिस कमिश्नरेट गठित की और पुलिस मुख्यालय को नया भवन मिला। वर्तमान कार्यकाल में एएसआई के पदों में बढ़ोतरी, हर जिले में साइबर थाना खोलने, मोबाइल इन्वेस्टिगेशन यूनिट की शुरूआत तथा हर पुलिसकर्मी को सेवा काल में तीन प्रमोशन जैसे कदम उठाए हैं।
सीएम ने कहा कि सरकार ने पुलिस के सुदृढ़ीकरण व आधुनिकीकरण की दिशा में प्रभावी फैसले लिए हैं। पुलिस की कार्यक्षमता बढाने के लिए भी कई कदम उठाए गए हैं। संसाधनों को लेकर कोई कमी नहीं रखी जा रही है। आमजन की सुविधा व उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए सकारात्मक वातावरण उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सभी थानों में स्वागत कक्षों का निर्माण किया जा रहा है। अभी तक 731 थानों में स्वागत कक्ष बनकर तैयार हो चुके हैं। महिलाओं के विरूद्ध लैंगिक अपराधों के मामलों में त्वरित अनुसंधान पर जोर दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने प्रोबेशनर आईपीएस मनीष कु मार के नेतृत्व में आयोजित परेड का निरीक्षण किया। कार्यक्रम में एडीजी पुलिस मुख्यालय सौरभ श्रीवास्तव, एडीजी आईटीबीपी हेमंत प्रियदर्शी, एडीजी पुलिस कल्याण गोविंद गुप्ता, एडीजी टेली कम्यूनिके शन सुनील दत्त, सेवानिवृत्त प्लाटून कमांडर हवा सिंह एवं सेवानिवृत्त हेड कांस्बल टे बनवारी लाल को राष्ट्रपति पुलिस पदक प्रदान किया। 61 पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों को सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक दिए गए। श्रीगंगानगर जिले के जैतसर थाने को सर्वश्रेष्ठ थाने का पुरस्कार दिया गया।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शनिवार शाम को राजस्थान पुलिस अकादमी में पुलिस (Rajasthan Police) के बड़ा खाना कार्यक्रम में शामिल हुए। पुलिस दिवस के अवसर पर हुए इस आयोजन में पुलिस महानिदेशक से लेकर कांस्टेबल स्तर तक के पुलिस अधिकारी एवं कार्मिक मौजूद रहे। सीएम गहलोत इस दौरान पुलिस कार्मिकों से मिले और उनकी हौसला अफजाई की।