राजस्थान में प्री मानसून (Pre Monsoon) बारिश ने जून माह का कोटा पूरा कर दिया है। प्रदेश के लगभग सभी जिलों में इस बार प्री मानसून की बारिश अच्छी हुई है। उदयपुर, कोटा, भरतपुर, अजमेर जयपुर के बाद बीकानेर संभाग में मंगलवार को अच्छी बारिश हुई। पूर्वी और दक्षिणी राजस्थान के कई जिलों में तेज बारिश के बाद बांध, झरने और नदियाें में पानी की आवक शुरू हो गई। वहीं, मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में प्री मानसून बारिश के बाद अब बुधवार को राजस्थान में झालावाड़ से मानसून प्रवेश कर सकता है। मौसम केंद्र जयपुर के राधेश्याम शर्मा ने बताया कि बुधवार से प्रदेश में छुटपुट बारिश का दौर जारी रहेगा
इधर, मंगलवार को शेखावाटी क्षेत्र में तेज बारिश हुई। इसके चलते कई स्थानों पर सड़कें दिरया सी बन गईं। चूरू के बीदासर में 133 एमएम दर्ज हुई। बीकानेर के डूंगरगढ़ में भी 107 एमएम बारिश हुई। मौसम केंद्र के मुताबिक मंगलवार को बीकानेर, हनुमानगढ़, चूरू, सीकर, गंगानगर समेत राजस्थान के कई हिस्सो में झमाझम बरसात हुई। जोधपुर के फलोदी में 31.6 एमएम बारिश हुई।
सीकर में मंगलवार रात से शुरू हुई बारिश रुक रुक कर दोपहर 12 बजे तक जारी रही। सीकर शहर, लक्ष्मणगढ़, फतेहपुर शेखावाटी और रामगढ़ शेखावाटी समेत कई कस्बों में पानी भर गया। सीकर जंक्शन पर रेल की पटरियां पानी में डूबी नजर आई, वहीं कई जगह इतना पानी भर गया कि लोगों ने सड़क पर नाव चलाई। वहीं जयपुर के भी कई क्षेत्रों में झमाझम बारिश का दौर देखने को मिला।
चूरू, बीकानेर, हनुमानगढ़, गंगानगर, बेल्ट में भी आज बारिश अच्छी हुई। बीदासर में मंगलवार को 133एमएम बारिश हुई, जो इस सीजन की उत्तरी राजस्थान में हुई सर्वाधिक बरसात रही। वही, रतनगढ़ में 41 एमएम बरसात हुई। बारिश से चूरू शहर और अन्य दूसरे कस्बों में प्रमुख बाजारों में पानी भर गया। बीकानेर में भी लगातार दूसरे दिन अच्छी बारिश हुई। बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ में 107एमएम बारिश हुई।
राजस्थान में 1 जून से 20 जून तक सामान्यत: औसतन 25 एमएम बरसात होती है, लेकिन इस बार अब तक 30.8 एमएम औसत बरसात हो चुकी है, जो सामान्य से 23 फीसदी ज्यादा है। सबसे ज्यादा बरसात पिछले एक सप्ताह के दौरान हुई, जिससे इस प्री-मानसून की बारिश का कोटा पूरा हो गया।
मौसम विभाग के अनुसार देश में अभी मानसून (Monsoon) लगातार आगे बढ़ रहा है। दक्षिण-पश्चिमी मानसून आगे बढ़ते हुए राजस्थान की सीमा के नजदीक पहुंच चुकी है। ये सीमा राजस्थान के झालावाड़ जिले के मनोहरथाना एरिया के नजदीक से गुजर रही है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि 22 जून तक प्रदेश में मानसून की एंट्री हाड़ौती अंचल से हो सकती है। पिछले साल भी मानसून की एंट्री उदयपुर, झालावाड़ के रास्ते हुई थी।
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