विधानसभा का सत्र समाप्त होने के साथ ही प्रदेश में एक बार फिर उच्च स्तर के अधिकारियोंके तबादलों का दौरा शुरू होने वाला है। इसमें मुख्य रूप से आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के तबादले होने की संभावना है। इसके साथ ही कई जिलों में कलेक्टर और एसपी भी बदले जाएंगे। जानकारी के अनुसार, विधानसभा सत्र के दौरान विभागवार अधिकारियों की परफार्मेंस और जिलों में हाल ही में हुए विभिन्न विवादों के मद्देनजर अधिकारियों को बदलने की कवायद होगी।
प्रदेश के करीब डेढ़ दर्जन से अधिक आईएएस अधिकारी केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर गए हुए हैं। कई अधिकारियों ने प्रतिनियुक्ति पर जाने के लिए आवेदन भी किया हुआ है। इसके अलावा कई आईपीएस और आईएफएस अधिकारी भी केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर हैं। इन अधिकारियों के दिल्ली जाने से प्रदेश में वर्तमान में वरिष्ठ अधिकारियों की खासी कमी चल रही है।
प्रदेश में कई वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों के पास कई प्रमुख विभागों का भार है। इसमें वित्त, ऊर्जा, गृह, कृषि, चिकित्सा सहित कई प्रमुख विभाग शामिल हैं। इन विभागों में अतिरिक्त मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव और सचिव स्तर के अधिकारियों पर कई विभागों का अतिरिक्त भार है। वहीं, केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर गए राजेश यादव व अन्य अधिकारियों के जाने से उनके विभाग भी रिक्त पड़े हैं।
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने जनवरी में अधिकारियों को पदोन्नत करने के साथ ही आईएएस और आईपीएस अधिकारियों की बड़ी तबादला सूची जारी की थी। आईएएस तबादलों में 52 अधिकारियों को बदला गया था। वहीं, आईपीएस में भी दो दर्जन से अधिक अधिकारियों का तबादला किया गया था। पिछले तीन माह में तबादलों को लेकर राज्य सरकार की ओर से उच्चाधिकारियों को तबादलों को लेकर करीब एक दर्जन से अधिक आदेश जारी किए जा चुके हैं।