राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने अपने पिता और पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद को लेकर प्रशांत कि शोर के इस बयान पर नाराजगी जताई है कि उन्होंने सत्ता में रहते हुए आर्थिक विकास की अनदेखी की। तेजस्वी ने कहा कि वह चुनावी रणनीतिकार कि शोर पर कोई ध्यान ही नहीं देते। प्रशांत कि शोर ने पिछले सप्ताह अर्द्ध-राजनीतिक मंच ‘जन सुराज’ की शुरुआत की है जो उनके मुताबिक बाद में पूर्ण रूपेण राजनीति क दल बन सकता है और चुनाव लड़ सकता है। राजद नेता से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस बयान के बारे में भी पूछा गया कि कोरोना महामारी का संकट समाप्त होने के बाद नागरिकता संशोधन कानून (CAA) लागू कि या जाएगा जिस पर नीतीश कुमार का रुख अस्पष्ट है। तेजस्वी ने कहा, कुमार की पार्टी ने संसद में सीएए के समर्थन में मतदान किया है। मेरी पार्टी ने इसका विरोध किया था। हमें इस मुद्दे पर सफाई देने की कोई जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री को जरूरी स्पष्टी करण देना होगा
बिहार में कभी मुद्दा ही नहीं रहे प्रशांत किशोर
तेजस्वी ने प्रशांत कि शोर के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि प्रशांत कि शोर क्या कहते हैं और करते हैं, मैं ध्यान नहीं देता। वह कौन हैं? वह बि हार में कभी मुद्दा रहे ही नहीं। उल्लेखनीय है कि तेजस्वी यादव ने 2015 के विधानसभा चुनाव से सक्रियता दिखानी शुरू की थी। उस समय लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार ने मिलकर चुनाव लड़ा था