राजस्थान के विजय सिंह गुर्जर (Vijay singh Gurjar) का पुलिस कांस्टेबल से आईपीएस (IPS) बनने का सफर प्रेरणादायक है। इस परीक्षा की तैयारी के दौरान उन्होंने काफी चुनौतियों का सामना किया लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। कड़ी मेहनत को ही अपना विकल्प माना और आगे बढ़ते रहे। वह कांस्टेबल से आईपीएस ऑफिसर (IPS Officer) के पद तक पहुंचे और अपने घर वालों का नाम रोशन किया। सबसे खास बात यह रही कि उन्होंने यूपीएससी परीक्षा (UPSC Exam) की तैयारी के लिए कोई कोचिंग नहीं ली। उन्होंने केवल सेल्फ स्टडी के दम पर सफलता हासिल की। एक इंटरव्यू में विजय ने अपने इस सफर को लेकर खुलकर बात की। आप भी पढिए, उनकी सफलता की कहानी…
ऐसा रहा विजय का बचपन
विजय का जन्म राजस्थान के राजस्थान के झुंझुनूं जिले में नवलगढ़ उदयपुरवाटी मार्ग पर स्थित गांव देवीपुरा के साधारण किसान परिवार में हुआ। पिता िकसान थे, पर बच्चों की शिक्षा पर पूरा ध्यान दिया। वह चाहते थे कि उनके बच्चे जीवन में कुछ अच्छा करें। गांव के ही स्कूल से शुरुआती शिक्षा प्राप्त की। वह खेती में पिता का हाथ भी बंटाया करते थे।
सिविल सेवा की शुरू की तैयारी
विजय ने नौकरी के साथ यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करना जारी रखा। उन्हें जब भी वक्त मिलता वह पढ़ाई में लग जाते। साल 2016 में वह इंटरव्यू तक पहुंचे। लेकिन वह सिलेक्ट नहीं हो पाए। हालांकि उन्हें थोड़ा दुख जरूर हुआ लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और प्रयास जारी रखा।
विजय की अन्य कैंडिडेट्स को सलाह
विजय की मेहनत रंग लाई और आखिरकार साल 2017 की परीक्षा में उन्हें सफलता मिल गई। साल 2018 आईपीएस बैच के लिए चयनित होने वाले विजय का सफर काफी लंबा रहा। विजय कहते हैं कि आप किस बैकग्राउंड के हैं, इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता। अगर आप पूरा मन लगाकर तैयारी करें तो आपको सफलता अवश्य मिलेगी।
दिल्ली पुलिस में बने कॉन्स्टेबल
विजय कहते हैं कि उनके गांव में सरकारी नौकरी वालों को बहुत सम्मान की नजर से देखा जाता था। ऐसे में उनका झुकाव भी इस ओर हो गया। उन्होंने दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल भर्ती की तैयारी की और पास हो गए। कांस्टेबल से आगे बढ़कर सब-इंस्पेक्टर एसएससी की परीक्षा पास कर इनकम टैक्स इंस्पेक्टर बने। फिर आईअारएस बने में सिलेक्ट हुए ताे ज्वाइन नहीं किया। वर्ष 2017 में आईपीएस बनकर गुजरात कैडर में सेवाऐं दे रहे हैं।